स्थानीय नीति को लेकर 13 मार्च को खतियान महापंचायत
हजारीबाग : स्थानीय नीति को लेकर 13 मार्च को खतियान महापंचायत- खतियान आधारित
Highlights
स्थानीय नीति की मांग को लेकर हजारीबाग निर्मल महतो पार्क में बैठक का आयोजन किया गया.
जिसमें हजारीबाग में आंदोलन को धार देने को लेकर चर्चा हुई.
बैठक शुरू होने से पूर्व शहीद निर्मल महतो की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया गया.
13 मार्च को कटकमसांडी में खतियान महापंचायत
बैठक में निर्णय लिया गया कि कटकमसांडी प्रखंड मैदान में
13 मार्च को खतियान महापंचायत का आयोजन किया जायेगा.
इसमें सम्पूर्ण हज़ारीबाग़ के लोग शामिल होंगे. इस कार्यक्रम में राज्य स्तर के नेता भी शामिल होंगे.
सरकार जल्द ले फ़ैसला
बैठक में माटी का स्वाभिमान आंदोलन के प्रदेश संयोजक संजय मेहता ने कहा कि पूरा झारखंड जाग गया है. हर कोने से आवाज़ आ रही है. हर ज़िले में आंदोलन हो रहा है. सरकार को इस पहलू पर जल्द फ़ैसला लेने की ज़रूरत है. यह जनभावना को सम्मान देने की बात है. बैठक में माटी का स्वाभिमान आंदोलन के हजारीबाग संयोजक विजय सिंह भोक्ता ने कहा कि झारखंड निर्माण के दो दशक से ज्यादा वक्त बीत जाने के बाद भी अब तक झारखंड की स्थानीय नीति का झारखंडी जन भावनाओं के अनुरूप परिभाषित न होना दुर्भाग्य की बात है.
झारखंड के लोगों की हो रही हकमारी
सह संयोजक अलाउद्दीन अंसारी ने कहा कि राज्य में झारखंड के ही लोगों की हकमारी की जा रही है. नौकरी में झारखंड के लोगों को नीतिगत तौर पर अवसर नहीं मिल पा रहा है. मनोहर माली ने कहा कि बिना नीति नियुक्ति होना अवसर की समानता के संवैधानिक अधिकार को कुचलने के समान है. सरकार को संविधान के मूल्यों का भी ख़्याल रखना होगा.
स्थानीय नीति नहीं बन पाने नियोजन में आ रही समस्या
रामजी ने कहा कि देश के सभी राज्यों की अपनी-अपनी स्थानीय नीति है. लेकिन आज तक झारखंड में झारखंडी जन भावनाओं के अनुरूप स्थानीय नीति नहीं बन पायी. जिसके कारण नियोजन में समस्या आ रही है. आर्यकांत ने कहा कि स्थानीय नीति ही नियोजन नीति को तय करेगा. झारखंड की नौकरियों में पहला अधिकार झारखंड के लोगों का होना चाहिए.
बंदी वापस लें बाहरी लोग
माटी का स्वाभिमान आंदोलन समिति के लोगों ने एक स्वर में कहा कि जिन बाहरी लोगों ने 6 मार्च को बंदी का एलान किया है, उन्हें झारखंडी जन भावनाओं का सम्मान करते हुए यह बंदी वापस ले लेना चाहिए. उन्हें भी खतियान आधारित स्थानीय नीति का समर्थन करना चाहिए. उनके बंदी करने से झारखंड के लोगों में बाहरी लोगों के प्रति और घृणा पनपेगी.
माटी का स्वाभिमान हजारीबाग कमिटी गठित
आंदोलन को आगे बढ़ाने लिए माटी का स्वाभिमान आंदोलन की हजारीबाग कमिटी गठित की गयी. कमिटी में हजारीबाग ज़िला संयोजक विजय सिंह भोगता, ज़िला सह संयोजक अलाउद्दीन अंसारी एवं सूरज कुमार, ज़िला सचिव विजय मेहता, कोषाध्यक्ष राम कुमार, मीडिया प्रभारी मनोहर माली, कार्यसमिति सदस्य में कुणाल कुमार, प्रशांत कुमार,कैलाश गंझु, मक़सूद आलम, सद्दाम अंसारी, अलिज़ान अंसारी, आरिफ़ अंसारी, शेर अली, राजीव कुमार, आदित्य कुमार, मुकेश कुमार, आर्यकांत मेहता, राजा कुमार, कौलेश्वर साहू, भोला शंकर गुप्ता, जेपी मेहता, कैलाश मेहता, किशोर मेहता, बासुदेव साव, विजय कुमार, पिंटू गंझु को शामिल किया गया है.
रिपोर्ट: सुरेंद्र कुमार सिंह