Desk. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग बहुत जल्द ही यहां चुनाव प्रक्रिया शुरू करेगा। हम वहां लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत से बहुत उत्साहित हैं।
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा का चुनाव पर बोले सीईसी
उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर में चार दशकों में सबसे अधिक 58.58 प्रतिशत और घाटी में 51.05 प्रतिशत मतदान हुआ। जम्मू और कश्मीर में जम्मू, उधमपुर, श्रीनगर, बारामूला और अनंतनाग-राजौरी से पांच सांसदों का चुनाव है। जम्मू-कश्मीर में 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद पहला चुनाव हुआ है। लोकसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती मंगलवार 4 जून को होगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मार्च में लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा करने के दौरान सीईसी से वहां विधानसभा चुनाव की योजना के बारे में पूछा गया था। उस दौरान उन्होंने कहा था कि हम लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद वहां विधानसभा चुनाव कराएंगे।
यह पूछे जाने पर कि जम्मू-कश्मीर में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ क्यों नहीं कराए जा रहे हैं। उस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में सभी दलों ने कहा था कि विधानसभा चुनाव संसदीय चुनावों के साथ होने चाहिए, लेकिन पूरी प्रशासनिक मशीनरी ने कहा कि ऐसा नहीं किया जा सकता है।
बता दें कि पिछले दिसंबर में सुप्रीम कोर्ट ने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने को संवैधानिक रूप से वैध माना था, जबकि पोल पैनल को 30 सितंबर 2024 तक केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव कराने का निर्देश दिया था।
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