Wednesday, August 20, 2025

Related Posts

डाल्टनगंज में लालू यादव, आचार संहिता उल्लंघन मामले में 8 जून को होंगे पेश

डाल्टनगंज : राजद सुप्रीमो लालू यादव पटना से विशेष विमान से डाल्टनगंज पहुंचे.

उनके साथ झारखंड राजद प्रभारी जयप्रकाश यादव और भोला यादव भी मौजूद हैं.

उन्हें वहां आचार संहिता उल्लंघन से जुड़े एक पुराने मामले में 8 जून को कोर्ट में हाजिर होना है.

लालू यादव के आगमन को लेकर संगठन की ओर से स्वागत की जबरदस्त तैयार की गई थी.

तय कार्यक्रम में अनुसार राजद सुप्रीमो हेलिकॉप्टर से आए.

वहीं राजद के वरिष्ठ नेता राधा कृष्ण किशोर सहित कई नेताओं ने

लालू प्रसाद यादव का गर्मजोशी से स्वागत किया. उनके समर्थन में कार्यकर्ताओं ने नारे भी लगाये.

6 साल बाद पलामू पहुंचे लालू

सर्किट हाउस में उनके तीन दिनों तक ठहरने का इंतजाम है. सर्किट हाउस में ही उनका दरबार लगेगा. इस दौरान पार्टी के सभी आला नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलने का कार्यक्रम है. दरअसल हाल ही में जदयू की ओर से राज्यसभा के लिए झारखंड के पूर्व विधायक पर दाव लगाए जाने के बाद पार्टी के लिए भी पड़ोसी राज्य काफी अहम हो गया है. लालू यादव करीब छह साल बाद पलामू आए हैं. आखिरी बार वह वर्ष 2016 में पांकी विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में बिट्टू सिंह के लिए प्रचार करने आए थे. पांकी ब्लॉक मैदान में लालू यादव की सभा हुई थी.

पलामू की राजनीति में धार देंगे लालू

ऐसे में उनके तीन दिवसीय कार्यक्रम को राजद के लिए संजीवनी बूटी के तौर पर देखा जा रहा है. एक जमाने में राजद का गढ़ रहा पलामू पार्टी के हाथ से पूरी तरह निकला चुका है. लालू यादव को भी इस बात का अहसास है. झारखंड की राजनीति में राजद की मजबूती का रास्ता बिहारी भाषाई संस्कृति वाले पलामू से होकर जाता है. पलामू में कमजोर पड़ने के बाद राज्य में भी राजद की स्थिति कमजोर पड़ गई. अब राजद अपने अस्तित्व को बचाये रखने के लिए संघर्ष कर रहा है. भले ही लालू यादव चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के मामले में आ रहे हैं लेकिन वह पलामू प्रमंडल में राजद की खोई जमीन को वापस दिलाने का गुरुमंत्र नेताओं को जरूर देंगे.

झारखंड और बिहार के नेताओं का लगा जमावड़ा

इतने लंबे समय तक के लिए लालू यादव का पलामू में रुकना अरसे बाद हो रहा है. इससे कार्यकर्ताओं में उत्साह है. उनके पलामू आने पर झारखंड के राजद नेताओं के साथ-साथ बिहार के नेताओं का जमावड़ा लग गया है. राजद की राजनीति को नई धार देने की रणनीति बनेगी. एकीकृत बिहार के समय से ही लालू यादव की शख्सियत पालमू के लोगों पर हावी रही है. राजद के सांसद और विधायक यंहां से चुने जाते रहे हैं. लालू यादव के व्यक्तित्व के प्रति आकर्षण का अंदाजा सहज लगाया जा रहा है. कहा जाता है कि उनके पार्टी के सांसद मनोज भुइयां घुस लेते पकड़े गए थे. बर्खास्त हो गए थे. इसके बाद हुए उप चुनाव में भी लालू की पार्टी का ही सिक्का चला. जनता ने घुरण राम को जीताकर लोकसभा भेजा था.

रिपोर्ट: शशि

134,000FansLike
23,800FollowersFollow
587FollowersFollow
587,000SubscribersSubscribe