रांची: रांची चुटिया के कृष्णापुरी इलाके में जमीन की फर्जी खरीद-बिक्री के मामले में अरगोड़ा अंचल के सीओ-सीआई समेत 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। सीआईडी जांच के बाद सामने आए तथ्यों के आधार पर यह मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों में अरगोड़ा सीओ सुमन कुमार सौरभ, तत्कालीन सीओ रविंद्र कुमार और अरविंद कुमार ओझा, सीआई कमलकांत वर्मा, अनिल कुमार, कर्मचारी सुनील मिंज और मनोरथ भगत, तथा रवि गोप, नवनीत महतो, आयुष महतो, लक्ष्मी देवी और बीणा देवी शामिल हैं।
गीता ज्ञानी द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में आरोप है कि उनके 81 वर्षीय पिता की 10 डिसमिल जमीन पर माफिया ने सरकारी कर्मचारियों की मिलीभगत से कब्जा कर उसे बेच दिया। इस दौरान फर्जी डीड, वंशावली, पंजी-2 और शपथ पत्र तैयार कर सौदा किया गया। शिकायत के अनुसार, 28 अगस्त 2024 को सीआईडी में मामला दर्ज होने के बाद आरोपियों ने 21 सितंबर 2024 को सरकारी रिपोर्ट में छेड़छाड़ कर पूरी रिपोर्ट बदल दी, ताकि कार्रवाई से बचा जा सके।
सरकारी आदेश के मुताबिक, एक बार अंचल कार्यालय से दाखिल-खारिज अस्वीकृत होने पर दोबारा उसी जमीन के लिए आवेदन स्वीकार नहीं किया जा सकता। इसके बावजूद, अरगोड़ा अंचल के सीओ और सीआई ने मिलीभगत कर तीसरी बार गुपचुप तरीके से फर्जी डीड के आधार पर दाखिल-खारिज कर दिया। सीआईडी जांच में यह मामला प्रमाणित हुआ और 23 मई 2025 को एसएसपी रांची को रिपोर्ट सौंपी गई, जिसके आधार पर चुटिया थाना में एफआईआर दर्ज की गई।