धनबाद : धनबाद के आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यरत पोषण सखी उर्मिला देवी के पति की मौत SNMMCH में इलाज के दौरान हो गयी. आरोप लगाया गया कि पैसे के अभाव में समय पर उचित इलाज नहीं हो पाने के कारण उसके पति का निधन हो गया. घटना के बाद पोषण सखियों के बीच शोक की लहर दौड़ गई है.
बता दें कि उक्त पोषण सखी उर्मिला के पति का इलाज SNMMCH में चल रहा था. उनकी दोनों किडनी खराब हो चुकी थी. पैसे के अभाव में निजी एवं बड़े अस्पताल का रुख नहीं कर पाएं और SNMMCH में इसके ट्रांसप्लांट की व्यवस्था अथवा इससे जुड़े विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं होने के कारण उनकी मौत हो गयी.
संघ की प्रदेश अध्यक्ष सोनी कुमारी ने कहा कि बीते 10 माह से पोषण सखियों को मानदेय नहीं मिला है. जिसके कारण भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. अभी उर्मिला के पास एक रुपये भी नहीं है. आखिर कैसे इनके पति का दाहसंस्कार कराएगी, कैसे शव को घर ले जाएगी. लगातार अपनी मानदेय को लेकर पोषण सखी आंदोलनरत है. पिछले 10 माह से 6 जिलों के सखियों को मानदेय नहीं मिल पाया है. आखिर इसका जवाबदेही और जिम्मेदार कौन है. केंद्र सरकार या राज्य सरकार को पूर्व में भी पोषण सखियों की इस समस्याओं को लेकर पत्र लिखा गया. लेकिन किसी ने भी इस मामले को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई है. राज्य के 6 जिले धनबाद, गोड्डा, दुमका, चतरा, कोडरमा व गिरिडीह के पोषण सखियां विवश होकर धरना भी दिया.
रिपोर्ट : राजकुमार जायसवाल
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