बोकारो: बेरमो में मकोली के ऊपर धौड़ा में आग लगने से स्थानीय लोग दहशत में हैं. दरअसल मामला भूमिगत आग से संबंधित है. बेरमो को पूरी तरह से कोल क्षेत्र कहा जाता है. जो कि कोल इंडिया के अंतर्गत आता है. झारखंड के कई क्षेत्रों में वैसे जगहों से आग लगने की घटना सामने आती रही है. जहां कोल क्षेत्र है और वहां भूमिगत आग लगी रहती है. ऐसी स्थिति में वहां पर निवास कर रहे सभी लोगों को विस्थापित किया जाता रहा है. धनबाद के झरिया में ऐसी कई घटनाएं घट चुकी हैं. लेकिन वर्तमान समय में यह मामला बेरमो कोल क्षेत्र से जुड़ा है.
मकोली के ऊपर धौड़ा में रामसबूज यादव के खटाल के पास जमीन के नीचे से अचानक आग की लपटें निकलने लगी. इसे देखकर लोगों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. कॉलोनी के लोगों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जमीन के नीचे निकल रही आग में कुआं से सैकड़ों लीटर पानी डाला गया. लेकिन आग की लपटें उठती रहीं और धुआं भी निकलता रहा. स्थानीय लोगों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व में इस क्षेत्र में कोयला का खदान संचालित था और डंपिंग यार्ड बनाया गया था. जहां रिजेक्ट कोयला रखा जाता था. जिसे बाद में बंद कर दिया गया. अगर वक्त रहते आग पर काबू नहीं पाया जाता है, तो कोई बड़ी घटना घट सकती है. अगर आग नहीं बुझती है, तो भू-धसान की घटना घट सकती है.
इस संबंध में स्थानीय जनप्रतिनिधी ने बताया कि छह माह पहले भी इस जगह से धुआं उठ रहा था. जिसपर नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए डंपीग यार्ड को जेसीबी से खोदा गया था, जिसके बाद उसमें पानी डाल कर छोड़ दिया गया था. लेकिन वर्तमान समय में फिर से वही स्थिति बनी हुई है. इस मामले में कोल इंडिया को संज्ञान लेकर त्वरित कार्रवाई कर स्थानीय लोगों को घटना से बचाने का प्रयास किया जा सकता है.
जानकारी मिलने के बाद सीसीएल के सुरक्षा पदाधिकारी सीताराम यूके पहुंचे और भूमिगत आग का जायजा लिया, उन्होंने स्थानीय लोगों को उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
रिपोर्ट- मनोज कुमार