रांची : राज्य में भोजपुरी, अंगिका और मगही को लेकर सियासत जारी है. अब इस मामले को लेकर राज्यसभा सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है. पत्र में सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने जेएसएससी की परीक्षा से इन भाषाओं को हटाने की मांग की है. केवल 9 क्षेत्रीय भाषाओं को ही सूची में रखने का आग्रह किया है. इससे पहले शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो भी सीएम हेमंत सोरेन को पत्र लिख चुके हैं. वहीं भोजपुरी, मगही और अंगिका को लेकर बोकारो और धनबाद में विरोध प्रदर्शन जारी है.
भोजपुरी और मगही को क्षेत्रीय भाषाओं से हटाएं- जगरनाथ महतो
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा ओयोजित होनेवाली प्रतियोगिता परीक्षाओं में क्षेत्रीय भाषाओं की सूची से मगही एवं भोजपुरी को हटाने की मांग की है. इसे लेकर उन्होंने सीएम हेमंत को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा है कि झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित विभिन्न पदों की प्रतियोगिता परीक्षाओं के दूसरे पत्र की परीक्षा में जिलावार क्षेत्रीय जनजातीय भाषाओं को चिन्हित किया गया है. उसमें धनबाद और बोकारो जिला के लिए क्षेत्रीय भाषा के रूप में भोजपुरी और मगही भाषा को भी चिन्हित किया गया है. धनबाद एवं बोकारो जिला के नागरिकों द्वारा लगातार यह मांग की जा रही है कि भोजपुरी एवं मगही भाषा को क्षेत्रीय भाषा के रूप में नहीं रखा जाए. इन जिलों की जनता द्वारा आंदोलन करने की रूपरेखा भी तैयार की जा रही है.
रिपोर्ट : शाहनवाज
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