देवघर: झारखंड में देवघर के त्रिकुट पहाड़ में हुए रोपवे हादसा में लोग अबतक फंसे हुए हैं. वहां पिछले 45 घंटे से बचाव कार्य जारी है. रामनवमी पर रोपवे की ट्रोलियों में कुल 48 लोग फंस गए थे. इसमें से 43 लोगों को निकाल लिया गया है. हादसा रविवार को शाम चार बजे हुआ था. करीब 45 घंटे बाद भी 5 लोग हवा में लटकी ट्रॉलियों में फंसे हुए हैं. एयरफोर्स, इंडियन आर्मी, एनडीआरएफ, आईटीबीपी की टीमें लोगों को सुरक्षित निकालने की कोशिश में जुटी है.
रोपवे की ट्रालियां में फंसे 15 लोगों में से 10 लोगों को सुबह-सुबह सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. अब 5 लोग हवा में अटके हैं. वायुसेना, आईटीबीपी और एनडीआरएफ लगातार अभियान चला रहा है. बचाव दल के प्रभारी अश्विनी नय्यर ने बताया कि हमारी प्राथमिकता है कि दोपहर तक सभी लोगों को बचा लिया जाए. इस घटना में अब तक तीन लोगों की मौत हो गयी है.
देवघर त्रिकुट रोपवे हादसे में सोमवार को 30 लोगों का रेस्क्यू किया गया था. सोमवार देर शाम को अंधेरे के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन रोक लिया गया था. झारखंड सरकार का कहना है कि इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, हताहतों के प्रति हमारी पूरी संवेदना है, हमारी सरकार इनके लिए हरसंभव मदद करेगी.
देवघर के उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री मंजूनाथ भजंत्री द्वारा जानकारी दी गई है की मोहनपुर प्रखंड अन्तर्ग त्रिकुट पर्वत पर रोपवे सफर के दौरान फसे हुए लोगों को एयरफोर्स, आईटीबीपी व एनडीआरएफ की टीम द्वारा अहले सुबह से रेस्क्यू किया जा रहा हैं. सुबह से अब तक 07 लोगों को एयर लिफ्ट कराया जा चुका है.