Boland Park– मध्य क्रम के लचर प्रदर्शन और बीच के ओवरों का गेंदबाजों और बल्लेबाजों द्वारा सही तरीक़े से इस्तेमाल नहीं करने के कारण टीम इंडिया को पहले एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच में दक्षिण अफ्रीका के ख़िलाफ़ 31 रनों की हार का सामना करना पड़ा.
बोलैंड पार्क में टॉस दक्षिण अफ्रीका ने जीता और पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला लिया. हालांकि उनकी शुरुआत अच्छी नहीं हुई. पांचवें ओवर में जसप्रीत बुमराह ने जानेमन मलान को ऋषभ पंत के हाथों कैच करा कर दक्षिण अफ्रीका को पहला झटका दिया.
क्विनटन डिकॉक भी 27 रन बनाकर अश्विन का शिकार बने. मार्करम जब आउट हुए तो दक्षिण अफ्रीका का स्कोर था 3 विकेट पर 68 रन, लेकिन इसके बाद चौथे विकेट के लिए भारत को लम्बा इंतज़ार करना पड़ा. कप्तान बावुमा और वान डार ने चौथे विकेट के लिए 204 रनों की बेहतरीन साझेदारी की. दोनों ने शानदार शतक लगाया. निर्धारित 50 ओवरों में दक्षिण अफ्रीका ने 4 विकेट पर 296 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया.
विकेट और आज के क्रिकेट को देखते हुए 50 ओवरों में 297 रनों का टारगेट बहुत बड़ा नहीं था. लेकिन इसके लिए अच्छी शुरुआत की दरकार थी. कप्तान राहुल और शिखर धवन ने 46 रनों की ठीक ठाक शुरुआत टीम को दी. हालांकि राहुल का योगदान सिर्फ 12 रनों का ही रहा. राहुल के आउट होने के बाद धवन और विराट कोहली ने 92 रनों की साझेदारी की. इस साझेदारी को तोड़ा केशव महाराज ने धवन का विकेट लेकर. धवन ने टीम के लिए सर्वाधिक 79 रन बनाए. धवन के आउट होने के बाद कोहली भी ज़्यादा देर तक नहीं रुके और अर्द्धशतक लगा कर पवेलियन लौट गए. इसके बाद पंत और श्रेयस अय्यर पर सारी जिम्मेदारी थी, लेकिन दोनों कुछ ख़ास नहीं कर सके. पंत, श्रेयस अय्यर और वेंकेटेश अय्यर के जल्दी-जल्दी आउट होने के साथ ही भारत की सारी उम्मीदें ख़त्म हो गईं. शार्दूल ठाकुर ने एक छोर से संघर्ष किया और नाबाद 50 रन बनाए. निर्धारित 50 ओवरों में भारतीय टीम 8 विकेट पर 265 रन ही जोड़ सकी.
भारतीय टीम की हार के कारणों की बात करें तो पहला कारण तो ये रहा कि मध्यक्रम ने फिर निराश किया. दूसरे मिडल ओवर्स में ना तो भारतीय बल्लेबाजों ने ना ही गेंदबाज़ों ने अच्छा प्रदर्शन किया. तीसरा जब विकेट नहीं गिर रहा था तो वेंकेटेश अय्यर का इस्तेमाल क्यों नहीं किया गया, ये समझ से परे है. अगर वेंकेटेश अय्यर से गेंदबाज़ी नहीं करानी थी तो फिर सूर्य कुमार यादव को क्यों नहीं खिलाया गया? इसके अलावा भारतीय पारी में गेंद पुरानी होने के बाद विकेट से गेंद धीमे आने लगी और उस वज़ह से शॉट खेलना भारतीय बल्लेबाजों के लिए मुश्किल होता गया. उम्मीद है इस हार से सबक लेकर टीम इंडिया अगले मैच में अच्छा प्रदर्शन करेगी.