Ranchi– बजट कटौती पर चर्चा के दौरान भाजपा विधायक अनन्त ओझा ने हेमंत सरकार पर पेय जल स्वच्छता और जल संसाधन विभाग के लिए पूर्व में आवंटित बजट राशि को खर्च नहीं करने का आरोप लगाया.
अनन्त ओझा ने कहा कि पिछला बजट 3176 करोड़ था, लेकिन सरकार ग्यारह महीनों में मात्र 781 करोड़ 94 लाख की राशि ही खर्च कर पायी, इस हालत में 4054.40 रुपये के बजट का कोई औचित्य नजर नहीं आता.
सरकार पर आरोपों का पिटारा खोलते हुए अनन्त ओझा ने कहा कि बजट राशी सिर्फ भष्ट्राचार के लिए किया जा रहा है, जमशेदपुर घोटाले का मुख्य आरोपी रधुनंदन शर्मा डोरंडा कोषागार में कार्यरत है. जबकि भाजपा के विधायक अमित मंडल ने बजट में विरोधावास होने का आरोप लगाया.
इसके जवाब में जेएमएम विधायक दीपक बिरुआ ने कहा कि सरकार की कोशिश सभी घरों में नल के माध्यम से पेयजल पहुंचाने की है.
इस बीच भाजपा विधायक मनीष जायसवाल ने सरकार पर जल सहियों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि मंत्री का अपने अधिकारियों पर नियंत्रण नहीं है. कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने हेमंत सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि सरकार ने गंगा नदी के पानी को लिफ्ट के माध्यम से घर-घर पहुंचाने की योजना बनायी है.
दिनेश विलियम मरांडी ने बजट का समर्थन करते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने हाथी उड़ाया था, लेकिन यह हाथी लेकर क्या गया यह अब तक एक रहस्य है.
मंत्री मिथिलेश ठाकुर का जवाब- हर घर में पानी पहुंचाना सरकार का लक्ष्य
विधायकों के सवालों का जवाब देने के लिए उठे पेय जल स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने यह कह कर सनसनी फैला दी कि ऐसा जवाब दूंगा कि सब पानी-पानी हो जाएंगे. केन्द्र के पैसे पर वाहवाही लूटने के आरोपों पर मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि इस योजना ने केन्द्र सरकार और राज्य सरकार का योगदान 50-50 प्रतिशत का होता है. अनन्त ओझा ने मार्च लूट की बात की है, जबकि सच्चाई यह है कि मार्च लूट उनके द्वारा ही की जाती थी. बगैर शौचालय का निर्माण किए ही कई प्रखंडों को ओडीएफ घोषित किया गया, इसके विपरित हमारी कोशिश हर घर में साफ पानी मुहैया करवाने की है.
इसके साथ ही सदन में वित्तीय वर्ष 2022-23 पेय जल स्वच्छता विभाग और जल संसाधन विभाग, के अनुदान मांग 4054.40 करोड़ सदन से पास हुआ.
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