US के कंपनियों से तार जोड़ क्रेडिट कार्ड से कैसे लगाया करोड़ो का चुना, जानें….

  • क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करनेवाले हो जाएं सावधान

रांचीः झारखंड में साइबर अपराध पर लगाम लगाना पुलिस के लिए दिन-ब-दिन चुनौती बनती जा रही है. इसी कड़ी में एक नया तरीका साइबर अपराधियों ने अपनाया है. जिसका उदभेदन आज सीआईडी के अधिकारियों ने सीआईडी मुख्यालय में किया. इस ठगी का तार देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी जुड़ता हुआ नजर आ रहा है. सीआईडी के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा किया झारखंड का पहला मामला है. जिसमें साइबर अपराधियों ने विदेशी कंपनियों का सहारा लिया है.

क्रेडिट कार्ड का लिमिट बढ़वाने का देता है प्रलोभन 

साइबर अपराधियों ने अब क्रेडिट कार्ड के बहाने पैसों की ठगी का नया तरीका ईजाद किया है. अब साइबर अपराधी पहले क्रेडिट कार्ड का लिमिट बढ़वाने का प्रलोभन देता है. फिर किसी दूसरे कंपनी से सामानों की खरीदारी करवाता है और फिर उस समान को वापस कर पैसे अपने खाते में मंगवाता है. फिर उस पैसे को अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लेता है.

मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी

दरअसल इस मामले का उद्वेदन मुंबई की बैंक आरबीएल के अधिकारी के लिखित शिकायत के बाद किया गया है. इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है. इसका मास्टरमाइंड मोहम्मद काजिम चेन्नई में रहता है. जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं दूसरा आरोपी झारखंड का है. नीरज कुमार पांडे नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.

US के कंपनियों का लिया गया सहारा

सीआईडी के अधिकारियों की माने तो इसमें US के कंपनियों का सहारा लिया गया है. जो डिटेल्स अब तक मिले हैं. इसमें US के कंपनियों के द्वारा पहले समान की बिक्री और फिर पैसों की वापसी की गई है. अभी इस मामले के तहकीकात जारी है. इसलिए बहुत ज्यादा डिटेल्स शेयर नहीं किया जा सकता.

क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने वाले रहे अलर्ट

साइबर अपराध के लिए झारखंड पहले से ही सुर्खियों में रहा है. झारखंड का जामताड़ा जिला पहले से साइबर अपराधियों का सबसे मुख्य ठिकाना रहा है. सीआईडी के अधिकारियों की माने तो साइबर अपराधियों का क्राइम करने का यह नया तरीका है. अब क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने वालों को अलर्ट रहने की जरूरत है. कोई भी लिमिट बढ़ाने का प्रलोभन देता है तो उससे बचने की जरूरत है.

रिपोर्टः मदन सिंह

Share with family and friends: