रांची: झारखंड की सियासत में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है, जब भाजपा की वरिष्ठ नेत्री और पूर्व मंत्री लुईस मरांडी ने पार्टी से इस्तीफा देकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) में शामिल होने की घोषणा की। मीडिया से बातचीत करते हुए मरांडी ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “मुझे इस चुनाव में दरकिनार कर दिया गया।”
मरांडी ने बताया कि उन्होंने पिछले 24 वर्षों में भाजपा के साथ अपनी पूरी मेहनत से काम किया है, लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हें दुमका से टिकट नहीं दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन्हें बरहेट से चुनाव लड़ने का सुझाव दिया, जबकि वह दुमका की जनता की सेवा करती आ रही हैं और वहीं से चुनाव लड़ना चाहती थीं। उन्होंने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, “भाजपा महिलाओं के सम्मान की बात करती है, लेकिन मुझे नजरअंदाज कर दिया गया।”
भाजपा में अपनी भूमिका को लेकर निराशा व्यक्त करते हुए मरांडी ने कहा कि जब उन्हें महसूस हुआ कि पार्टी ने उनका योगदान नहीं माना, तब उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से संपर्क किया। हेमंत सोरेन ने उन्हें सहजता से अपने परिवार में शामिल किया और उन्होंने झारखंड के विकास में योगदान देने का संकल्प लिया।
लुईस मरांडी ने यह भी स्पष्ट किया कि चुनाव लड़ने का निर्णय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निर्भर होगा, और वह जेएमएम के आदर्शों को पूरा करने में अपनी पूरी मेहनत लगाएँगी।