रांची: माघ पूर्णिमा का पर्व 12 फरवरी को धूमधाम से मनाया जाएगा। ऋषिकेश पंचांग के अनुसार, पूर्णिमा तिथि 11 फरवरी को शाम 6:30 बजे प्रारंभ होकर 12 फरवरी को शाम 6:41 बजे तक रहेगी। इसी दिन व्रत, गंगा स्नान और दान-पुण्य करने का विशेष महत्व है।
ज्योतिषाचार्य शालिनी वैद्य के अनुसार, इस वर्ष सौभाग्य योग में माघ पूर्णिमा पड़ रही है, जिससे इसका महत्व और अधिक बढ़ गया है। चंद्र दर्शन और चंद्रमा को अर्घ्य देने से मन को शीतलता प्राप्त होती है।
शुभ मुहूर्त में स्नान और पूजन का महत्व
- ब्रह्म मुहूर्त और गोधूलि वेला में स्नान करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
- इस दिन संगम और गंगा स्नान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
- तुलसी पूजन कर दीप जलाने और तुलसी जड़ की मिट्टी का तिलक लगाने से हर कार्य में सफलता मिलती है।
दान-पुण्य से मिलेगा विशेष फल
माघ पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष पूजा का विधान है। गरीबों और जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और धन का दान करने से सुख-समृद्धि आती है और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
इस वर्ष माघ माह में महाकुंभ का आयोजन भी हो रहा है, जिससे इस पूर्णिमा का महत्व और अधिक बढ़ गया है। श्रद्धालुओं को पुण्य लाभ प्राप्त करने के लिए इस दिन दान, स्नान और पूजन अवश्य करना चाहिए।