हजारीबाग: किसी भी शहर का जिला अस्पताल एक ऐसा जगह होता है जहां जिले और जिले के बाहर के ऐसे जरूरतमंद परिवार के मरीज अपना इलाज कराने आते हैं जो निजी अस्पतालों में इलाज कराने में सक्षम नहीं होते। अधिकतर गरीब तबके के लोग सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने आते हैं।
ऐसे में हजारीबाग के जिला अस्पताल सह हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर के कई जगहों को पार्किंग क्षेत्र में तब्दील कर नगर निगम द्वारा पार्किंग शुल्क वसुली किया जाना अव्यावहारिक और अमानवीय है। इससे पूर्व नगर निगम द्वारा हजारीबाग झील पर पार्किंग जोन बनाया गया था जिसका पुरजोर विरोध हुआ तो इसे बंद किया गया ।
हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल के मीडिया प्रतिनिधि अस्पताल में लगातार सक्रियता से जरूरतमंदों की मदद में जुटे रहने वाले रंजन चौधरी ने इसकी पुरी जानकारी पार्टी के कार्यों से छत्तीसगढ़ में चुनव प्रचार में जूटे हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल को दी तो विधायक मनीष जायसवाल ने हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में हजारीबाग नगर निगम द्वारा पार्किंग क्षेत्र बनाए जाने और पार्किंग शुल्क वसूली करने के निर्णय को अव्यावहारिक और अमानवीय बताया।
विधायक मनीष जायसवाल ने इसका पुरजोर विरोध करते हुए कहा की यहां लोग अपने दर्द को लेकर आते हैं और ऐसे में उनसे पार्किंग वसूली किया जाना पूरी तरह अव्यावहारिक है।
उन्होंने बताया की यहां पार्किंग लगाए जाने के बाद बाज़ार करने आने वाले लोग भी अपनी गाड़ियों को यहां पार्किंग करेंगे ऐसे में इलाज कराने आने वाले मरीज और उनके परिजनों के साथ एम्बुलेंस को भी प्रवेश और निकासी में भारी समस्या और परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
विधायक मनीष जायसवाल ने बताया की ऐसे ही अस्पताल परिसर में जगह का घोर अभाव है और परिसर में निगम द्वारा पार्किंग बनाई जाने के बाद अस्पताल के इलाज में भी प्रभाव पड़ेगा और जरूरतमंद मरीजों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
उन्होंने मेडिकल कॉलेज अस्पताल की प्रसाशक और नगर आयुक्त से तत्काल इस निर्णय पर पुनर्विचार करते हुए इसे निरस्त करने की मांग की है साथ ही चेताते हुए यह भी कहा की अगर अस्पताल में आने वाले मरीज और उनके परिजनों को तत्काल इससे राहत नहीं दी गई तो छत्तीसगढ़ से लौटने के बाद इस पर आंदोलन की रूप-रेखा तैयार की जायेगी ।