गया : गया शहर के गोदावरी स्थित राष्ट्रीय कार्यालय पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेकुलर पार्टी के संरक्षक जीतनराम मांझी ने प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया था। जहां वजीरगंज प्रखंड के मंगरावां गांव में खुले मंच से दिए गए बयान पर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी। मांझी ने दारू, ताड़ी व बालू पर कहा कि देखिए ये चुनावी मामला है हम जनता की हित के लिए बात करते है। आज गुजरात में दारू बंद नहीं है लेकिन किस प्रक्रिया से वहां बंद है कोई हल्ला हंगामा नहीं है।
जीतन राम मांझी ने कहा कि दूसरे राज्य में भी कहां बंद है। आप देखते हैं कि दारू पकड़ा जा रहा है। लेकिन जिस प्रकार से यहां पांच लाख लोगों को जेल में भेजा गया है। उसमें 3.5 लाख वैसे लोग है जो मजदूरी करके आते हैं और कुछ शराब पी लेते है उनको जेल में भेजा दिया है या उनसे जुर्माना लिया है। जो जेल का सजा काट रहा है ये अनर्थ है। ऐसा काननू नहीं चाहिए। यही मैंने कहा है कि बंद हो।
हम तो उदाहरण देते है कि जीतनराम मांझी 79 वर्ष का है। जिसके घर में दारू बनाया जाता था बेचा जाता था लेकिन हमलोग माना किए। पिताजी तो माना करके गए, हमारा भाई पुलिस इंस्पेक्टर था इसलिए हमलोग दारू नहीं पिये। यह सही है कि बहुत लोग दारू नहीं पीते है। लेकिन रात को बड़े-बड़े अधिकारी ही 10 बजे के बाद दारू का सेवन करते हैं। उन लोगों को दुनिया जानती नहीं है। हम यही कहते हैं गरीबों को की सिखों उनलोगों से ही। जो भी पीते हो वो 10 बजे रात के बाद पीओ और घर में सो जाओ और सुबह से अपना काम करो।
आशीष कुमार की रिपोर्ट