डिजीटल डेस्क : सपा विधायक की बेटी को बहू बनाने वाले बसपा नेता को मायावती ने निकाला। यूपी में बसपा अपने खोए जनाधार को वापस पाने को जहां पुराने नेताओं की घर वापसी की रणनीति पर काम शुरू कर रही है तो वहीं एक नया अजीबोगरीब वाकया सामने आया है।
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रामपुर में बसपा के 5 बार जिलाध्यक्ष रहे और दर्जा राज्य मंत्री रहे सुरेंद्र सागर मायावती ने बसपा से निकाल दिया। बताया जा रहा है कि उन्होंने हाल में सपा विधायक की बेटी को अपना बहू बनाया था जो बसपा सुप्रीमो को नागवार गुजरा।
बसपा के दिग्गज नेताओं में शुमार रहे हैं सुरेंद्र सागर
सुरेंद्र सागर का बसपा से निष्कासन सभी को चौंकाने वाला है। वजह यह कि वह बसपा के दिग्गज नेता रहे हैं और अच्छे कॉडर बेस वाले संगठक रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बसपा हाईकमान के निर्देश पर सुरेंद्र सागर पर निष्कासन की कार्रवाई हुई है। उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के साथ ही अनुशासनहीनता का आरोप लगा है।
सुरेंद्र सागर बसपा में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। वह बसपा में ही पांच बार जिलाध्यक्ष भी बने। वर्ष 2022 में मिलक विधानसभा क्षेत्र से बसपा प्रत्याशी रहे। वह दर्जा राज्य मंत्री भी रहे।

बसपा से अपने निष्कासन पर सुरेंद्र सागर ने सुनाई वजहों की पूरी कहानी…
बताया जा रहा है कि बहुजन समाज पार्टी नेता सुरेंद्र सागर को उनके बेटे की शादी समाजवादी पार्टी के विधायक की बेटी से करने के कारण पार्टी से निकाल दिया गया है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस शादी को पार्टी विरोधी गतिविधि माना है।
सुरेंद्र सागर का कहना है कि उन्होंने कोई गलती नहीं की है और हमेशा पार्टी को मजबूत करने का काम किया है। आखिर उन्हें बसपा से क्यों निकाला गया, इस बारे में सुरेंद्र सागर ने खुद कहा कि – ‘हमने कोई अनुशासनहीनता नहीं की है। और ना ही पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं। हमेशा पार्टी को मजबूत बनाने का काम किया है।
…हमारा कसूर सिर्फ इतना है कि हमने अपने बड़े बेटे अंकुर सागर की शादी समाजवादी पार्टी के आंबेडकर नगर के सपा विधायक त्रिभुवन दत्त की बेटी से की है। वह समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भी हैं और सांसद भी रहे हैं।
…बीते मंगलवार की रात ही हमारे बेटे का रिसेप्शन था। उसमें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भी शामिल हुए थे’।

मायावती ने रामपुर के मौजूदा जिलाध्यक्ष दिखाया बाहर का रास्ता, संगठन में किया फेरबदल
बसपा हाईकमान ने अपने रामपुर के संगठन में बड़ा फेरबदल किया है। सुरेंद्र सागर को बसपा से निकालने के साथ ही प्रमोद सागर को जिलाध्यक्ष के पद से हटा दिया गया। जिला प्रभारी रहे ज्ञान प्रकाश बौद्ध को नया जिलाध्यक्ष बनाया गया है।
अब तक प्रमोद सागर जिलाध्यक्ष थे। उन्हें पार्टी ने एक या दो बार नहीं, बल्कि 3 बार जिलाध्यक्ष बनाया। पद से हटने के बाद उन्होंने नए जिलाध्यक्ष को बधाई भी दी, लेकिन उसके कुछ देर बाद उनके निष्कासन की घोषणा कर दी गई।
नए जिलाध्यक्ष ज्ञान प्रकाश बौद्ध ने कहा कि उनके लिए बहनजी का आदेश सर्वोपरि है। बसपा ने रामपुर में चार जिला प्रभारी बनाए गए हैं। इनमें महेंद्र सिंह सागर, नवनीत यदुवंशी, ईश्वरी लाल प्रजापति और राजकुमार सागर शामिल हैं।