पटना : बिहार सरकार के कृषि मंत्री मंगल पांडे के द्वारा आज कृषि यांत्रिकरण योजना के अन्तर्गत ऑनलाईन लॉटरी की प्रक्रिया का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर मंत्री द्वारा किसानों के बीच मिलेट्स (मड़ुआ, ज्वार, बाजरा एवं सांवा) के बीज, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, पौधा संरक्षण हेतु एग्री क्लिनिक एवं मधुमक्खीपालन प्रशिक्षण प्राप्त किसानों को उपादान/प्रमाण-पत्र आदि का वितरण किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सचिव संजय कुमार अग्रवाल द्वारा की गई।
मंत्री मंगल पांडे ने अपने संबोधन में कहा कि चतुर्थ कृषि रोड मैप अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में कृषि यांत्रिकरण राज्य योजना के अंतर्गत कुल 82.25 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्राप्त है। केन्द्र प्रायोजित सब मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मेकेनाईजेशन (SMAM) अंतर्गत कुल 104.16 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्राप्त है। उन्होंने कहा कि कृषि यांत्रिकीकरण योजना अन्तर्गत कुल 75 प्रकार के कृषि यंत्रों पर 40 प्रतिशत से 80 प्रतिशत तक का अनुदान देने का प्रावधान है।
उन्होंने बताया कि कृषि यांत्रिकीकरण योजनान्तर्गत फसल अवशेष प्रबंधन के यंत्रों यथाः स्ट्रॉ रीपर, सुपर सीडर, हैप्पी सीडर, रीपर कम बाइंडर, स्ट्रा बेलर, ब्रस कटर इत्यादि यंत्रों पर विशेष बल दिया गया है। लघु/सीमांत किसानों के लिए छोटे यंत्र यथा हसियाँ, कुदाल, खुरपी, मेज सेलर एवं वीडर का किट बनाकर अनुदानित दर पर दिया जा रहा है। यांत्रिकरण योजनान्तर्गत बुआई से पूर्व तथा कटाई के उपरांत तक उपयोग होने वाले कुल 75 प्रकार के यंत्रों यथा कल्टीवेटर, डिस्क हैरो, पोटैटो प्लांटर, पैडी ट्रांसप्लांटर, मल्टी क्रॉप थ्रेसर, टी प्लकर, पोटैटो डीगर, मखाना पॉपिंग मशीन, राईस मिल, फ्लोर मिल, चौफ कटर, पावर टीलर एवं रोटावेटर आदि यंत्रों पर अनुदान दिया जा रहा है।
अनुदानित दर पर कृषि यंत्र के लिए अभी तक कुल 77867 आवेदन प्राप्त
सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि कृषि यांत्रिकरण योजना का मुख्य उदेश्य अनुदानित दर पर उन्नत कृषि यंत्रों का पहुँच किसानों तक उपलब्ध कराना है, ताकि किसान उचित समय पर शष्य क्रियाओं का निष्पादन कर कृषि उत्पाद/उत्पादकता में वृद्वि कर सके। उन्होंने बताया कि पहली बार यांत्रिकरण योजना के लिए किसानों को अनुदानित दर पर कृषि यंत्र क्रय करने हेतु आवेदन की सुविधा अप्रैल माह से ही शुरू किया गया।
उन्होंने कहा कि 31 मई 2024 तक प्राप्त कुल 77,867 आवेदनों में से लॉटरी के माध्यम से विभिन्न यंत्रों के जिलावार भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्य के अधीन परमिट निर्गत किया जा रहा है। इसके बाद 26 जून से पांच जुलाई 2024 तक सभी जिला मुख्यालय में प्रथम जिलास्तरीय यांत्रिकरण मेला का आयोजन किया जायेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रत्येक पंचायत में कृषि यंत्र बैंक की स्थापना भी चरणबद्ध तरीके से की जा रही है। इस अवसर पर कृषि निदेशक मुकेश कुमार लाल, अपर निदेशक (शष्य) धनंजयपति त्रिपाठी, निदेशक बामेती आभांशु सी जैन और संयुक्त निदेशक कृषि अभियंत्रण आलोक कुमार सिंह सहित अन्य पदाधिकारीगण मौजूद थे।
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अविनाश सिंह की रिपोर्ट