मॉब लिंचिंग के शिकार तबरेज और मुबारक के परिजनों को इंसाफ की आस

रांची : झारखंड में भीड़ के द्वारा हत्या के एक नहीं कई मामले सामने आ चुके हैं। तबरेज अंसारी और मुबारक खान की हत्या भी उसी में शामिल है। हालत यह है कि, सालों के इंतजार के बाद जब इंसाफ की उम्मीद खत्म होती गई तो सड़क पर उतरने को मजबूर होना पड़ा। मृतक का पुत्र मोहम्मद अनस जिसकी उम्र महज़ 5 साल है, मां के साथ मोराबादी के बापू वाटिका के पास इंसाफ की आस लिए बैठा रहा।

साल 2021 में रांची के अनगड़ा में मोटरसाइकिल चोरी के आरोप में मुबारक खान की भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद राजनीतिक गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला लेकिन अनस और उसकी अम्मी को अब तक इंसाफ नहीं मिला। लिहाजा, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से गुहार लगाने रांची के बापू वाटिका के पास अनशन पर बैठने को मजबूर होना पड़ा।

मुबारक खान का मामला अभी हाल ही का है। साल 2019 में सरायकेला खरसावां जिला के तबरेज अंसारी की चोरी के आरोप में निर्मम हत्या कर दी गई। यह मामला राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियां बटोर चुका है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें छोटी बहन कहा है। लिहाजा सीएम से इंसाफ की उम्मीद है। हालांकि, चार बार मुलाकात के बाद भी अब तक कोई भी आश्वासन पूरा नहीं किया गया है।

मुस्लिम यूथ लीग के बैनर तले इंसाफ की गुहार लगाने पहुंची तबरेज अंसारी की पत्नी शाइस्ता परवीन और मुबारक खान की पत्नी तबस्सुम परवीन की आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहा है। लीग के प्रदेश अध्यक्ष इरफान अली कहते हैं कि, मुख्यमंत्री से 4 दफा मुलाकात हुई। सीएम ने 25 लाख मुआवजा और सरकारी नौकरी देने का वादा किया था लेकिन अब तक पूरा नहीं हुआ।

रिपोर्ट : शाहनवाज़

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