नई दिल्ली: ऑपरेशन सिंदूर के बाद देश की सीमाओं पर जहां हलचल तेज हो गई है, वहीं देश के भीतर भी युद्ध जैसी आपात स्थिति से निपटने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। अगर आप आज ट्रेन से यात्रा करने जा रहे हैं और रेलवे स्टेशन पर अचानक सायरन बजने लगे, लाइटें बंद कर दी जाएं या एनडीआरएफ और सिविल डिफेंस की टीमें पहुंच जाएं, तो घबराएं नहीं। गृह मंत्रालय के आदेश पर आज देशभर में सिविल डिफेंस की एक बड़ी मॉक ड्रिल हो रही है।
इस मॉक ड्रिल के तहत रेलवे स्टेशनों को भी अभ्यास में शामिल किया गया है। साउथ सेंट्रल रेलवे के तीन बड़े स्टेशन — काचीगुड़ा (हैदराबाद डिवीजन), रायचूर (गुंटकल डिवीजन) और औरंगाबाद (नांदेड़ डिवीजन) — इसमें प्रमुख रूप से भाग ले रहे हैं। हालांकि राजधानी दिल्ली और एनसीआर के स्टेशनों पर फिलहाल इस तरह की मॉक ड्रिल की सूचना नहीं दी गई है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद देशभर में मॉक ड्रिल :
ड्रिल के दौरान रेलवे स्टेशनों पर हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाए जाएंगे, अंधेरा कर दिया जाएगा, गैर-जरूरी लाइटें बंद होंगी और खिड़कियों को ढकने का अभ्यास किया जाएगा। साथ ही एनडीआरएफ और सिविल डिफेंस टीमें आग बुझाने, बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS) देने और रेस्क्यू ऑपरेशन का अभ्यास करेंगी। यात्रियों से अपील की गई है कि इस दौरान अफवाहों पर ध्यान न दें और रेलवे अथवा सुरक्षा कर्मियों के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
गृह मंत्रालय के सिविल डिफेंस प्रोग्राम के तहत यह मॉक ड्रिल युद्ध पूर्व तैयारी का हिस्सा है। इसका मकसद रेलवे कर्मचारियों और स्टेशनों को किसी भी आपात स्थिति में तत्पर और सक्षम बनाना है, ताकि जरूरत पड़ने पर युद्ध जैसी गंभीर परिस्थितियों में भी रेलवे सेवाएं सुरक्षित और चालू रह सकें।