Ranchi-जेपीएससी मामले पर भाजपा को कटघरे में खड़ा करते हुए विधायक इरफान अंसारी ने जोरदार हमला बोला है. विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि एक साजिश के तहत जेपीएससी का विवाद पैदा किया जा रहा है, जबकि सच्चाई यह है कि इस बार सबसे अधिक दलित, आदिवासी-मूलवासी और अल्पसंख्यकों समुदाय के अभ्यर्थियों से सफलता प्राप्त की है. भाजपा को इनकी सफलता से परेशानी है.
इरफान अंसारी ने आरोप लगाया कि यह जो हमारा पुतला जलाया जा रहा है, वे अभ्यर्थी नहीं है, ये सारे लोग भानुप्रताप शाही और नवीन जायसवाल द्वारा भेजे गए है. इन लोगों के द्वारा भेजे जा रहे लोग ही जेपीएससी के मुद्दे पर हंगामा खड़ा कर रहे हैं. जेपीएससी आन्दोलन के पीछे भानुप्रताप शाही है. भानुप्रताप शाही के भेजे लोग ही अब अभ्यर्थी बन सरकार को बदनाम कर रहे हैं.
इरफान अंसारी ने पूर्ववर्ती सराकारों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि क्या यह बताने की जरुरत है कि पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की दो बहने, बीडी राम का दामाद. आजसू सुप्रिमो सुदेश महतो के भाई ने किस प्रकार जेपीएससी में सफलता प्राप्त की है. इस बार का जेपीएससी पूरी पारदर्शी रही है, यही कारण है कि गरीब-गुरबा, दलित-आदिवासी-मूलवासी और अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले अभ्यर्थियों ने बड़ी सफलता प्राप्त की है. भाजपा का दर्द इनकी सफलता से है और यही कारण है कि इस मामले में सरकार को बदनाम करने की साजिश की जा रही है.
जबकि सरकार की सफाई पर पूर्व मुख्यमंत्री बालूलाल मरांडी ने सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि जेपीएससी को अभ्यर्थियों का ओमआर सीट जारी करनी चाहिए. मुख्यमंत्री के इस बयान पर की इस बार के जेपीएससी में सबसे अधिक मूलवासी-आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यक समुदाय के अभ्यर्थियों ने सफलता प्राप्त की है और जेपीएससी के नाम पर सिर्फ सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है, बाबूलाल मरांडी ने कहा कि फिर यह जो सड़क पर विरोध कर रहे अभ्यर्थी कौन है. सरकार को जाकर देखनी चाहिए. सरकार को जेपीएससी परीक्षा परिणाम को रद्द करने चाहिए.