रांची हिंसा को लेकर पुलिस की कार्रवाई से मुस्लिम समुदाय खफा,12 को प्रितष्ठान बंद

रांची: पुलिस ने मुस्लिम समुदाय के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के मामले में कार्रवाई शुरू की है, जो कि नूपुर शर्मा के बयान के खिलाफ है। एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है और पुलिस ने उनके खिलाफ कोर्ट से वारंट मांगा है 39 अन्य लोगों को हिंसा में शामिल होने का आरोप लगाया गया है।
पिछले साल की 10 जून को प्रदर्शन के दौरान धार्मिक स्थल पर हमला हुआ था और इसके परिणामस्वरूप पुलिस द्वारा फायरिंग की गई थी, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हुए थे।

अब एक साल बाद, पुलिस ने 40 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की तैयारी की है, जिसके परिणामस्वरूप मुस्लिम समुदाय के लोग चिंतित हैं।
मुस्लिम समुदाय के प्रतिष्ठान्ता संगठनों ने बैठक में निर्णय लिया है कि पुलिस की कार्रवाई को उन्होंने एकतरफा और अन्यायपूर्ण माना है। इस विवाद के बीच, वे 12 अगस्त को समाज के लोगों से दुकानें और व्यापार बंद करने का आलंब दे चुके हैं।
रांची अंजुमन इस्लामिया के हॉल में हुई बैठक में मुस्लिम संगठनों ने हेमंत सरकार और महागठबंधन सरकार के प्रति अपनी निराशा जाहिर की है।

उनका मानना है कि त्योहारों के बहाने दंगों का नुकसान भरपाई नहीं हो रही है और मॉब लिंचिंग के पीड़ितों को भी इंसाफ नहीं मिल रहा है।
इसके साथ ही, वे अल्पसंख्यकों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए संवैधानिक संस्थाओं की मांग कर रहे हैं, साथ ही सांप्रदायिकता विरोधी कानून और मॉब लिंचिंग विरोधी कानून के प्रति भी उनकी मांग है।
इस विवाद के मध्य में, हेमंत सरकार और सेक्यूलर महागठबंधन सरकार के खिलाफ उनकी आलोचना की गई है और वे मांग कर रहे हैं कि उन्हें उच्चस्तरीय जांच का मौका देने की आवश्यकता है, जब तक कि विवादित मामलों की निष्पादन नहीं हो जाती।

Share with family and friends: