JDU प्रदेश कार्यालय से ‘नारी शक्ति रथ’ व ‘कर्पूरी रथ’ रवाना

JDU प्रदेश कार्यालय से 'नारी शक्ति रथ' व 'कर्पूरी रथ' रवाना

पटना : जनता दल यूनाइटेड (JDU) प्रदेश कार्यालय से ‘नारी शक्ति रथ’ एवं ‘कर्पूरी रथ’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस कार्यक्रम में जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा, प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, मंत्री मदन सहनी, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक, पूर्व सांसद चंद्रेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी और एमएलसी संजय गांधी के अलावा कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। बता दें कि कल यानी 23 दिसंबर से नीतीश कुमार की बिहार में प्रगति यात्रा निकलने वाली है और यह यात्रा 28 दिसंबर तक चलेगी। पश्चिमी चंपारण यानी की बेतिया से प्रगति यात्रा की शुरुआत होने वाली है।

18 से 19 सालों में नीतीश कुमार ने बिहार के लिए बहुत काम किया – संजय झा

कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बहुत बड़ा योगदान महिला सशक्तिकरण और अति पिछड़ा को ताकत देने के लिए है। जब सरकार बनी थी तो महिला को 50 फीसदी आरक्षण, शिक्षा में नौकरी और रिजर्वेशन यह सारा काम पिछले 18 से 19 साल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल में हुआ है। बिहार में पिछड़ा और अतिपिछड़ा को पंचायत में आरक्षण नहीं था। 2006 से आरक्षण देने का काम नीतीश कुमार ने किया। उनके लिए कर्पूरी छात्रावास से लेकर अन्य सुविधा देने का काम किया। यह दोनों रथ निकाला है, पूरे प्रदेश में घूमेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा किए गए कार्य को बताने का काम करेगा।

सरकार सही और उचिक होगा वहीं काम करेगी

तेजस्वी यादव के द्वारा बीपीएससी अभ्यर्थी की सत्याग्रह आंदोलन में शामिल होने पर संजय झा ने कहा कि उन्हें शामिल होने दिजिए। बिहार सरकार सही और उचित होगा, वहीं काम करेगी। इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं। इतनी बड़ी बहाली बीपीएससी के द्वारा की गई आज तक कोई कंप्लेंट नहीं मिला होगा, इतना पारदर्शिता के साथ की गई है। अभी भी जो सही होगा उस हिसाब से सरकार काम करेगी।

23 दिसंबर से नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा की हो रही है शुरुआत

कल यानी सोमवार से नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा शुरू हो रही है। नीतीश कुमार पिछले 19 सालों से यात्रा कर रहे हैं। पहला यात्रा तब शुरू किए जब मुख्यमंत्री नहीं थे। यात्रा इसलिए करनी पड़ी जो लोग संविधान लेकर घूम रहे हैं उन लोगों ने बिहार में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था। राष्ट्रपति शासन में नीतीश कुमार की सरकार नहीं बनने दी गई। लोग कोर्ट में गए, कोर्ट ने फैसला किया तो गवर्नर को इस्तीफा देना पड़ा। उस समय यात्रा पर नीतीश कुमार लोगों से न्याय मांगने के लिए निकले कि जो संविधान को कांग्रेस के द्वारा तार-तार किया गया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोगों के बीच जाते हैं उनके निकालने का उद्देश्य है। जो काम जमीन पर चल रहे हो उसको देखना और क्या कर सकते हैं उसका फीडबैक लेना। उनके यात्राओं यात्रा का असर है कि जमीन पर इतना कम दिखाई पड़ा।

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हमारी पार्टी और हमारे नेता का मानना है कि एक साथ लोकसभा और विधानसभा का चुनाव हो – जदयू

वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर विपक्ष के द्वारा विरोध करने पर जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि जब से देश में चुनाव हुआ, 1952 से वन नेशन वन इलेक्शन था। 1952 में एक साथ केंद्र और राज्य का चुनाव हुआ। 57 में भी एक साथ चुनाव हुआ। 1967 से जब कांग्रेस प्रदेश में 356 लगना शुरू किया तब से यह गड़बड़ हुआ। हमारे पार्टी हमारे नेता का मानना है कि लोकसभा और विधानसभा का चुनाव साथ-साथ होना चाहिए। इतना लाखों रुपया इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च होता है। तुरंत आचार संहिता लग जाता है, काम रूक जाता है। इसलिए एक बार चुनाव हो एक बार चुनकर आए तो पांच साल काम करें ये मानना है।

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विवेक रंजन की रिपोर्ट

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