राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने रांची एसएसपी को सशर्त समन किया, 15 को हाजिर होने का आदेश

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने रांची एसएसपी को सशर्त समन किया, 15 को हाजिर होने का आदेश

रांची: चोरी के आरोप में विकास कुमार को तुपुदाना ओपी प्रभारी मीरा सिंह और पुलिसकर्मी सुनील सिंह द्वारा थर्ड डिग्री टॉर्चर देने के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा को 15 मार्च को हाजिर होने को कहा है.

यह घटना 10 जनवरी, 2023 को तुपुदाना ओपी में घटी थी. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मानवाधिकार आयोग के संज्ञान में इस मामले को लाया था.

आयोग ने 17 जुलाई, 2023 की कार्यवाही के तहत आपराधिक मामले के साथ-साथ विभागीय जांच के नतीजे के बारे में रांची के एसएसपी से रिपोर्ट मांगीं थी. इसके बाद एसएसपी की रिपोर्ट को रांची डीसी ने पत्र के माध्यम से 30 मई, 2023 को आयोग के समक्ष प्रस्तुत किया था.

इस रिपोर्ट में आयोग को बताया गया कि मामले की जांच की गयी. धुर्वा थाना में दर्ज एफआआइआर नंबर 16/2023 की जांच के दौरान शिकायतकर्ता के आरोप सही पाये गये.

इसलिए दोषी पुलिस पदाधिकारी तुपुवना ओपी प्रभारी मीरा सिंह और सुनील कुमार सिंह के खिलाफ विभागीय जांच का आदेश दिया गया है.

इसी के मद्देनजर आयोग ने रांची के एसएसपी को सशर्त समन कर पेश होने का निर्देश दिया है. कहा है कि धुर्वा थाना में दर्ज मामले की जांच रिपोर्ट चार सप्ताह के भीतर प्रस्तुत करें.

ऐसा न करने पर आयोग सख्त कार्रवाई करने को बाध्य होगा. उल्लेखनीय है कि पांच दिसंबर, 2023 को आयोग ने आपराधिक मामले व विभागीय जांच की रिपोर्ट दाखिल करने के लिए अंतिम रिमांइडर किया था.

बावजूद रांची एसएसपी की ओर से कोई सूचना आयोग को नहीं मिली. यदि अपेक्षित रिपोर्ट 15 मार्च से पहले दे दिया जाता है, तो एसएसपी को व्यक्तिगत उपस्थिति से छूट दी जायेगी.

तुपुदाना क्षेत्र के मिलन चौक स्थित मावा रेसिडेंसी के फ्लैट में किरायेदार के तौर पर रहनेवाली नम्रता गुप्ता ने धुर्वा थाना में कांड संख्या 16/23 दर्ज कराया था.

इसमें कहा था कि फ्लैट का ताला तोड़कर जेवरात सहित अन्य चीजों की चोरी कर ली गयी थी. इस मामले में अपार्टमेंट के केयर टेकर विकास कुमार को थाना ले जाकर तुपुदाना पुलिस ने अमानवीय तरीके से पीटा था.

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