रांची- झारखंड पुलिस को 1 करोड़ का इनामी नक्सली और पोलित ब्यूरो का सदस्य प्रशांत बोस उर्फ किशन दा को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है. किशन दा और उनकी पत्नी शीला मरांडी को सरायकेला से गिरफ्तार किया गया है. प्रशांत बोस माओवादियों के पोलित ब्यूरो का सदस्य है और नक्सलियों का मास्टरमाइंड माना जाता है.
बताया जा रहा है कि प्रशांत बोस काफी दिनों से बीमार चल रहे थें. नक्सलियों की ओर से इन्हे सेफ जोन में सुरक्षित स्थानों पर रखा जा रहा था. प्रशांत बोस अपनी पत्नी के साथ इलाज कराने के लिए आया था. चांडिल से इलाज करवा कर एक स्कॉर्पियो पर सवार होकर पश्चिम बंगाल की जा रहा था. नक्सली प्रशांत बोस पर झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में 100 से भी ज्यादा मामले दर्ज है. अलग अलग क्षेत्रों में प्रशांत बोस को अलग-अलग नामों से जाना जाता है.
पिछले दो दशकों से झारखंड के अलग-अलग स्थानों पर प्रशांत बोस की मौजूदगी की सूचना मिलते रहती थी. कई बार मौत की भी खबर फैली, लेकिन यह महज एक अफवाह निकला. गिरफ्तार प्रशांत बोस पिछले 40 वर्षों से सक्रिय था. इसके इशारे पर झारखंड में कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया गया है.
डीजीपी नीरज सिन्हा ने प्रशांत बोस की गिरफ्तारी को पुलिस के लिए एक ऐतिहासिक सफलता बतलाया कहा कि भाकपा माओवादी के छोटे नक्सली भी या तो आत्मसमर्पण कर देंगे या फिर गिरफ्तारी के लिए तैयार रहें. .