रांची: ये रात काफी भारी है .उन 45 उम्मीदवारों के लिए जो कल लोकतंत्र को सबसे बड़े पर्व जनता के मतदान का सामना करेंगे.
हम बात कर रहे हैं झारखंड के उन 4 लोकसभा सीटों की जिनमें लभग 12 घंटे बाद मतदान शुरु होना है. इन चार लोकसभा सीटों में लोहरदगा पलामू सिंहभूम खूंटी शामिल हैं जिसमें कुल 23 विधानसभा सीट आते हैं इन 23 विधानसभा सीटों में से 16 सीट फिलहाल इंडिया गठबंधन के पास वहीं 7 सीट एनडीए के पास है.
आंकड़ों की स्थिति से यह स्पषट है कि इन चारों लोकसभा सीटों पर इंडिया गठबंधन भारी है. लोकिन आंकड़े का खेल एक और खेल दिखा रहा है. हम पिछले लोकसभा चुनाव पर गौर करें तो इन 4 लोकसभा सीटों में से 3 पर बीजेपी ने कब्जा किया था वहीं 1 सीट पर गीता कोड़ा के रुप में जो अभी बीजेपी में शामिल है कांग्रेस के खाते में गई थी.
समान्य रुप से देखें तो पिछला लोकसभा चुनाव इन 4 सीटों पर बीजेपी कहीं न कहीं बढ़त लोने में कामयाब हुई थी. लोहरदगा और खूंटी सबसे दुलचस्प सीट बनती जा रही है जहां लोहरदगा में चमरा लिंडा बीजेपी के प्रत्याशी समीर उरांव और कांग्रेस प्रत्याशी सुखदेव भगत की सांसे फुला रहे हैं वहीं पिछला लोकसभा चुनाव खूंटी में अर्जुन मुंडा के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं थ.
मात्र 1445 वोटों से अर्जुन मुंडा ने पिछला लोकसभा चुनाव खूंटी से जीता था. पलामू सीट पर भी स्थिति काफी टक्कर वाली दिख रही है काफी लड़ झगड़कर लालू यादव ने पलामू सीट पर ममता भुइयां को इंचिया प्रत्याशी बनाया था वहीं बीजेपी प्रत्यशी बीडी राम शुरुआत में कमजोर दिख रहे थे.
लेकिन प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के सभा के बाद स्थिति में बदजलाव हुआ है और बीडी राम ने भी अपनी स्थिति पलामू क्षेत्र में मजबूत किया है. चुनावी रणनीतिकार ये बता रहे हैं कि सिंहभूम सीट पर इंडिया प्रत्याशी जोबा मांझी भाजपा के प्रत्याशी गीता कोड़ा के सामने एक कमजोर विरोधी के रुप में चुनाव लड़ रही हैलेकिन स्थानीय स्तर पर गीता कोड़ा को हुआ विरोध और जोबा मांझी के समर्थन में निकाली गई कुछ रैलियां दोनों के बीच कड़ा मुकाबला होते दिखा रही है.