रांची: नीट यूजी पेपरलीक मामले में गिरफ्तार मास्टरमाइंड संजीव मुखिया ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है। गिरोह ने बिहार, झारखंड और उड़ीसा में कुल पांच ठिकानों पर अभ्यर्थियों को पहले से प्रश्नपत्र और उत्तर रटवाए थे। इस गड़बड़ी में बिहार-राजस्थान के नौ डॉक्टरों की टीम ने हल किए गए प्रश्नपत्र मुहैया कराए।
सूत्रों के अनुसार, पटना के खेमनीचक स्थित लर्न एंड प्ले स्कूल में 30 अभ्यर्थियों, रामकृष्णा नगर की प्रतिभा कॉलोनी में 7 और हजारीबाग के सिंदूर स्थित फ्लैट में 32 अभ्यर्थियों को परीक्षा से पहले पेपर पढ़ाया गया। वहीं हजारीबाग के राज गेस्ट हाउस में 44 अभ्यर्थी और बोकारो के माफिया पंकज के घर 9 अभ्यर्थी तैयारी कर रहे थे। उड़ीसा के भुवनेश्वर स्थित होटल ट्रीफो पैलेस में भी 14 अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र रटाया गया था।
इस पूरे नेटवर्क का झारखंड और बिहार में समन्वय संजीव मुखिया का भगीना राकेश रंजन उर्फ रॉकी और पटना में बदलेव उर्फ चिंटू संभाल रहा था। जांच एजेंसी EOU और CBI ने संजीव मुखिया से रिमांड पर पूछताछ के दौरान ये अहम जानकारियां जुटाई हैं।
जांच में खुलासा हुआ कि परीक्षा माफियाओं ने पेपर को हल कराने के लिए एमबीबीएस डॉक्टरों की टीम खड़ी की थी। राजस्थान टीम का नेतृत्व डॉक्टर कुमार मंगलम विश्नोई और बिहार टीम का नेतृत्व डॉक्टर चंदन सिंह कर रहे थे। दिल्ली, रांची, पटना और राजस्थान में इन माफियाओं की मीटिंगें हुई थीं।
पेपर लीक के बाद हजारीबाग के राज गेस्ट हाउस में डॉक्टरों ने विषयवार प्रश्नपत्र हल किया। बायोलॉजी के सवाल कुमार शानू, दीपेंद्र शर्मा और संदीप ने हल किए, केमेस्ट्री के सवाल सुरभि और रौनक राज ने और फिजिक्स के सवाल चंदन, राहुल आनंद और अमित कुमार ने हल किए। वहीं एम्स पटना के करन जैन ने मुश्किल सवालों को सुलझाया।
संज्ञव मुखिया ने सिपाही और शिक्षक बहाली परीक्षाओं में भी धांधली की बात स्वीकार की है, जिसे लेकर एजेंसियां अब जांच के दायरे को और बढ़ा रही हैं।