मोतिहारी : सात दिनों के अंदर कर पांच करोड़ रुपए नहीं दिए तो जान से हाथ धोना पड़ेगा। अगर पुलिस के पास गए तो अंजाम बुरा होगा। यह शब्द उस रंगदार का है जिसने पत्र और नेपाली नंबर से फोन कर जनरल स्टोर के दुकानदार से पांच करोड़ रुपए की रंगदारी की मांग की थी। नगर थाना क्षेत्र के मिसकोर्ट निवासी रवि गुप्ता ने नगर थाने में आवेदन कर बताया कि पांच सितंबर को एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा एक झोला में बियर की बोलत और एक पत्र मेरे घर में फेंका गया। वह झोला मेरे भतीजे के दुकान का था। पत्र में लिखा था कि सात दिन के अंदर पांच करोड़ रुपए देना है अगर नहीं दिए तो जान से हाथ धोना होगा। फिर अगले दिन नेपाली नंबर से फोन आया कि क्या हुआ पैसे का व्यवस्था हुआ। सात दिन के अंदर हो जाना चाहिए। जिसके बाद दुकानदार ने इसकी शिकायत नगर थाना में आवेदन दे कर किया।
SP ने SDPO के नेतृत्व में SIT का गठन कर केस का खुलासा करने का दिया निर्देश
वहीं जैसे ही इस बात की जानकारी एसपी स्वर्ण प्रभात को लगी कि पांच करोड़ की रंगदारी मांगी गई। उन्होंने सदर एसडीपीओ दिलीप सिंह के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर जल्द केश का खुलासा करने का निर्देश दिया। जिसके बाद टीम ने सीसीटीवी और अन्य साक्ष्य के माध्यम से झोला फेंकने वाले युवक को उठाया। पकड़ा गया युवक मधुबन थाना क्षेत्र के गोलू है। उसने बताया कि वह पिछले चार साल से मोतिहारी में रह कर टेंपू चलाने का कार्य करता है। उसे एक हजार रुपए दिया था कि इसको ले जाकर वहां फेंक दो, बस हम वहीं किए थे। जब जांच आगे बढ़ी तो नेपाली नंबर से फोन करने वाले युवक की भी पहचान हो गई। उसे भी पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है, जो जमाल का रहने वाला आनंद है। जो पीड़ित के भतीजा के यहां पहले से कार्य करता था।
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दोनों आरापियों से पूछताछ के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है – SDPO दिलीप सिंह
पूछताछ के दौरान आनंद ने बताया कि भाई के कहने पर हम और बिपिन कुंडवाचैनपुर बॉडर से जाकर फोन किया था और रंगदारी का पैसा मांगा था। फोन और नेपाली सिम भाई ही उपलब्ध कराए थे। एसडीपीओ दिलीप सिंह ने बताया कि दोनों से पूछताछ के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। वहीं पांच करोड़ की रंगदारी मांगने वाला मास्टरमाइंड सौरभ अभी भी फरार है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। रंगदारी का मास्टरमाइंड सौरभ पीड़ित का भतीजा है। दोनों में पूर्व में किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। उसी से उसने इस घटना को अंजाम दिया था।
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सोहराब आलम की रिपोर्ट
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