रांची: किसी भी प्रकार की प्रतियोगी परीक्षा में साइबर ठगों की दखल कोई नई बात नहीं है, लेकिन हाल ही में 21 और 22 सितंबर को हुई सीजीएल परीक्षा में इन ठगों ने अपने पांव जमाने की कोशिश की है। खुद को झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीसी) का कंप्यूटर ऑपरेटर बताते हुए साइबर अपराधियों ने उन उम्मीदवारों को निशाना बनाया है जो इस परीक्षा में शामिल हुए थे।
आरोपियों ने कम नंबर बताकर छात्रों से पास करने और नौकरी दिलाने के नाम पर ढाई लाख रुपये तक की मांग की है। यह रकम आधी तुरंत और बाकी इंटरव्यू के समय देने की शर्त रखी गई है।
गुरुवार को, एक अपराधी ने रामेश्वर भोपाई नामक एक परीक्षा देने वाले व्यक्ति को फोन किया और कहा कि आपके नंबर कम हैं और आप असफल होने वाले हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अभी इंटरनेट पर परीक्षा परिणाम अपलोड नहीं हुए हैं और उनके पास एक लिस्ट है जिसमें रामेश्वर का नाम शामिल है। अपराधी ने रामेश्वर को आश्वासन दिया कि यदि वह 2.5 लाख रुपये का भुगतान करता है, तो उसे एक ऐसा रैंक दिया जाएगा जिससे वह पुलिस, फाइनेंस, प्रशासनिक या लेबर सर्विस में से किसी एक में नौकरी पाने में सफल होगा।
रामेश्वर ने जब पूछा कि उसे क्या करना होगा, तो अपराधी ने बताया कि पहले आधा पैसा ऑनलाइन देना होगा और बाकी इंटरव्यू के समय देना होगा।
इस घटना ने फिर से प्रतियोगी परीक्षाओं में साइबर ठगी के खतरे को उजागर किया है। पुलिस ने ऐसे मामलों में सावधानी बरतने और ठगी के शिकार होने से बचने की सलाह दी है।