NEET Paper Leak मामले में नया खुलासा, ओएसिस स्कूल में सीबीआई की दस्तक, अब आगे क्या…

NEET Paper Leak

Hazaribagh : नीट परीक्षा प्रश्न पत्र लीक (NEET Paper Leak) मामले में हजारीबाग में जांच का दायरा हर घंटा बढ़ता जा रहा है। बुधवार को सीबीआई की टीम ने ओएसिस स्कूल में अपनी दबीश दी है। ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक से पहले उनके आवास में सीबीआई की टीम ने पूछताछ की है, इसके बाद कल्लू चौक मंडई रोड स्थित ओएसिस स्कूल में लाकर पूछताछ की जा रही है। लगभग 12:00 बजे के आसपास टीम स्कूल पहुंची है।

आर्थिक अपराध इकाई की टीम भी आई थी स्कूल

बताया जा रहा है कि आठ सदस्य टीम स्कूल के प्राचार्य से पूछताछ कर रही है, साथ ही परीक्षा नियंत्रक समेत कई ऐसे स्टाफ है जिसे बंद कमरे में ही टीम पूछताछ कर अहम जानकारी इकट्ठा कर रही है। पिछले दिनों बिहार की आर्थिक अपराध इकाई की टीम भी ओएसिस स्कूल पहुंच कर जांच की थी। जांच सीबीआई के हाथ सौंप दिया गया था।

ये भी पढ़ें- Giridih : अवैध लॉटरी के काले धंधे का खेला खत्म, 5 धंधेबाज गिरफ्तार… 

इसके बाद से ही सीबीआई की टीम ने हजारीबाग में दस्तक दी है। सीबीआई की टीम दिल्ली नंबर की गाड़ी से स्कूल पहुंची है। ऐसे में यह कयास लगाया जा रहा है कि दिल्ली सीबीआई की टीम ने भी हजारीबाग में दस्तक दी है। गाड़ी का नंबर DL3CCT8415 है। वही दो गाड़ी रांची नंबर की है जिसका नंबर JH01FJ2212,JH01EG4916 है।

EOU के बाद क्यों पहुंची सीबीआई

यहां यह सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर बिहार की आर्थिक अपराध इकाई की टीम के बाद सीबीआई हजारीबाग क्यों पहुंची है। दरअसल पटना में एक अद्ध जला प्रश्न पत्र मिला था। उसका बुकलेट नंबर हजारीबाग के ओवैसी स्कूल के सेंटर से मैच कर गया। इसके बाद से ही जांच का दायरा बढ़ते हुए हजारीबाग पहुंचा है।

बिहार पुलिस ने गिरफ्तार किये गए अभ्यर्थियों के घर से जले हुए कागजात बरामद किए थे, जिनमें परीक्षा के प्रश्नपत्र की फोटो कॉपी भी थे। बिहार की आर्थिक अपराध इकाई ने इन जले हुए कागजातों का मिलान NTA की ओर से उपलब्ध कराए गए मूल प्रश्नपत्र से किया। जांच में पाया गया कि जले हुए कागजातों में 68 प्रश्न मूल प्रश्नपत्र से हूबहू मेल खाते हैं। इतना ही नहीं प्रश्नों के क्रमांक भी मूल प्रश्नपत्र से मेल खाते हैं. वह प्रश्न पत्र हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से मैच कर गया था।

प्रश्नपत्र के प्लास्टिक के पैकेट से की गई थी छेड़छाड़

NTA के सिटी कोऑर्डिनेटर ओएसिस स्कूल के प्राचार्य डॉक्टर एहसान उल हक ने पिछले दोनों प्रेस वार्ता कर बताया था कि प्रश्न पत्र लीक मामले में EOU की टीम हजारीबाग आई थी। स्कूल समेत कई जगह का जो संदिग्ध है वहां जांच किया था। जांच के दौरान यह पाया गया कि जिस प्रश्न पत्र लीक की बात कही जा रही है उसके प्लास्टिक के पैकेट से छेड़छाड़ की गई है।

ये भी पढ़ें- Om Birla लगातार दूसरी बार चुने गए लोकसभा अध्यक्ष… 

बड़े ही बारीकी से एनवेलप के पिछले हिस्से को काटा गया है। प्रश्न पत्र निकालने की आशंका जताई जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि जांच के दौरान पता चला था कि प्रश्नपत्र 3 मई 2024 को ब्लू डार्ट कूरियर सर्विस द्वारा एसबीआई बैंक हजारीबाग पहुंचा था। प्रश्न पत्र लाने के लिए नेटवर्क के किसी गाड़ी का उपयोग किया गया था।

एक ड्राइवर के भरोसे पहुंची थी प्रश्न पत्र

टोटो ई-रिक्शा के जरिए ब्लू डार्ट कूरियर सर्विस ने हजारीबाग के बैंक को प्रश्न पत्र पहुंच आया था। जिस गाड़ी से प्रश्न पत्र लाया गया वहां भी सुरक्षा का ख्याल नहीं रखा गया। महज एक ड्राइवर के भरोसे संवेदनशील प्रश्न पत्र को हजारीबाग भेज दिया गया। ऐसे में ट्रांसपोर्ट एजेंसी सबसे पहले संदिग्ध बताया जा रहा है। वहीं उन्होंने कहा था कि जिस प्रश्न पत्र के जले हुए हिस्से बरामद किए गए हैं, वह प्रश्न पत्र का मूल कॉपी विद्यालय में पहुंचा था। छात्र ने परीक्षा भी दिया था।

 

Share with family and friends: