रांची: रांची जिला परिषद अध्यक्ष निर्मला वीरेंद्र भगत के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव सोमवार को पूरी तरह विफल हो गया। विपक्ष द्वारा जिला उपायुक्त के समक्ष प्रस्तुत अविश्वास प्रस्ताव को समर्थन देने के लिए केवल आठ सदस्यों की उपस्थिति दर्ज की गई, जो प्रस्ताव पारित कराने के लिए आवश्यक बहुमत से काफी कम है।
जिला परिषद में कुल सदस्यों की संख्या के आधे से अधिक सदस्यों की सहमति के बिना कोई भी अविश्वास प्रस्ताव पारित नहीं किया जा सकता, जबकि आज विपक्ष उस मानक को छूने में भी नाकाम रहा। नतीजतन, निर्मला भगत अपने पद पर बनी रहेंगी और उनका नेतृत्व आगामी कार्यकाल तक कायम रहेगा।
इस अवसर पर जिला परिषद के 26 सदस्यों, रांची जिले के 18 प्रमुखों, लोकसभा सांसद, राज्यसभा सांसदों और स्थानीय विधायकों ने निर्मला भगत को बधाई दी और उनके नेतृत्व में विकास को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह घटनाक्रम रांची और आस-पास के ग्रामीण राजनीतिक समीकरणों में एक नया मोड़ ला सकता है। विपक्ष की रणनीतिक असफलता ने जिला परिषद में सत्तारूढ़ गुट की स्थिति को और मजबूत कर दिया है।