जनार्दन सिंह की रिपोर्ट
डिजिटल डेस्क : CM Yogi के ताजा ऐलानों से सुर्खियों में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परियोजना। शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सटे यूपी के गौतमबुद्धनगर जिला के जेवर स्थित निर्माणाधीन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण के बाबत तेजी से फैल रहे अफवाहों और अटकलों पर CM Yogi आदित्यनाथ ने विराम लगा दिया।
सीधे संबंधित किसानों से खुला संवाद करके किसानों के मनमाफिक ऐलान करके CM Yogi ने अचानक से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परियोजाना को सुर्खियों में ला दिया है।
लगे हाथ CM Yogi के ऐलान के मुताबिक, जिन किसानों की जमीन एयरपोर्ट के लिए सरकार ले रही है, उनके परिवार के लिए रोजगार और समायोजन वाली पूरी व्यवस्था भी सरकारी तौर देने का पूरा प्रबंध किया जा रहा है।
नए नोएडा एयरपोर्ट के पांचों रनवे से सालाना 29.5 करोड़ लोग करेंगे हवाई यात्रा
CM Yogi आदित्यनाथ के शुक्रवार के ऐलानों के बाद अब हर कोई अप्रैल 2025 में शुरू होने जा रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की खूबियों और अन्य जानकारियों को जानने के लिए उत्सुक है। प्राप्त ब्योरे के मुताबिक, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) विस्तारीकरण के बाद 5 रन-वे का होगा।
इसमें कुल 295 मिलियन यानी 29.50 करोड़ यात्री प्रति वर्ष यात्रा कर सकेंगे।इस एयरपोर्ट का विकास चरणबद्ध रूप में हो रहा है। पहले स्टेज में यह एयरपोर्ट दो रन-वे का होगा, जो दूसरे स्टेज में बढ़ कर पाँच रन-वे का हो जाएगा।
दो रन-वे का यह एयरपोर्ट 70 मिलियन यानी 7 करोड़ वार्षिक यात्रियों की क्षमता का होगा और इस पर लगभग 30 हज़ार करोड़ रुपए खर्च होगे।
चार चरणों में बनकर पूरा होना है नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जानिए ब्योरा…
इसका विकास चार चरणों में होगा। प्रथम चरण में वर्ष 2024-25 में 12 मिलियन यानी 1 करोड़ बीस लाख वार्षिक यात्रियों की क्षमता का यह एयरपोर्ट प्रारम्भ में एक रनवे का होगा, जो वर्ष 2031 में बढ़कर 30 मिलियन यानी 3 करोड़ यात्रियों की वार्षिक क्षमता का और दो रन वे का हो जाएगा।
एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के क्रम में दूसरे स्टेज में तीन रन वे बनाए जाएँगे। तीसरा रन-वे 1365 हेक्टेयर में, चौथा रन-वे 1318 हेक्टेयर और पाँचवा रन-वे 735 हेक्टेयर में बनाया जाएगा। तीसरे रन-वे के निर्माण के लिए आवश्यक 1365 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा की जा चुकी है। तीनों रन-वे की कुल क्षमता 225 मिलियन यानी 22.5 करोड़ यात्रियों की प्रति वर्ष होगी।
यूपी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट…
गौतमबुद्ध नगर जनपद में जेवर स्थित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट यमुना प्राधिकरण के क्षेत्र में बननेवाला उत्तर प्रदेश सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। माह जुलाई वर्ष- 2017 में इस इंटर्नेशनल एयरपोर्ट का साईट क्लीरन्स व माह- मई 2018 में इसका सैद्धांतिक अनुमति भारत सरकार ने प्रदान किया था।
पर्यावरणीय अनुमति के साथ साथ भारत सरकार की विभिन्न मन्त्रालयों और एजेन्सियों से सभी प्रकार की एनओसी प्राप्त कर ग्लोबल बिडिंग के द्वारा एवीएशन सेक्टर की कम्पनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी का चयन किया गया।निर्धारित समय में कार्य पूर्ण करने की यह एक महत्वपूर्ण और उल्लेखनीय उपलब्धि रही है।
यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे स्थित है निर्माणाधीन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट
निर्माणाधीन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट 100 मीटर ऐक्सेस कंट्रोल यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे स्थित है, जिसे आधुनिक इंटर्चेंज बना कर जोड़ा जा रहा है। एयरपोर्ट को यमुना एक्सप्रेस वे के समानांतर 60 मीटर सर्विस रोड का निर्माण कर जोड़ा जा चुका है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने सम्पूर्ण 3300 एकड़ भूमि का लाइसेन्स और क़ब्ज़ा ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी की एसपीवी कम्पनी-यमुना इंटर्नेशनल एयरपोर्ट प्राइवट लिमिटेड को वर्ष 2021 में सौंप कर वर्षों की कल्पना को साकार कर दिया है।
माना जा रहा है राष्ट्रीय राजधानी से सटे होने के चलते इस इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यात्रियों की आवाजाही देश के अन्य एयरपोर्ट की तुलना में ज्यादा होगी। साथ ही क्षेत्र के चतुर्दिक विकास होगा।