रांचीः 30 लाख के इनामी नक्सली पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप अब ईडी के रडार पर है.
आज ईडी के अधिकारी दिनेश गोप से पूछताछ करेंगे. दिनेश गोप ने कारोबारियों और ठेकेदारों से लेवी
वसूल कर अकूत संपत्ति बनाई है. इसको लेकर जांच एजेंसी पूछताछ करेगी कि उसने किन-किन लोगों
से लेवी वसूली और उसे कहां-कहां निवेश किया.साथ ही उसने कितनी शेल कंपनियों में कितने पैसे लगाए.
इस पूछताछ में पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप कई राज उगल सकता है.
पीएलएफआई सुप्रीमो होटवार जेल में बंद है और उसके ऊपर एक सौ से अधिक मामले दर्ज हैं.
पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप – एनआईए ने रिमांड पर लेकर उससे लंबी पूछताछ की थी
दिनेश गोप को मई माह में एनआईए की टीम ने गिरफ्तार किया था, हालांकि एनआईए की टीम ने भी
पीएलएफआई सुप्रीमो से पूछताछ किया, जिसमें चौकाने वाले खुलासे हुए हैं. गोप ने बताया था कि,
उसने करोड़ों रुपये की लेवी वसूली है. इस राशि को शेल कंपनियों और व्यवसायियों की मदद से खपाया है.
वह अपना भविष्य सुरक्षित करने के लिए कुछ व्यवसायियों का सहयोग ले रहा था. वहीं एनआईए को पूछताछ
में पता चला था कि, गोप की निगरानी में कई शेल कंपनियां चल रही थीं. इनमें मेसर्स भाव्या इंजीकॉन
प्राइवेट लिमिडेट, मेसर्स शिव आदि शक्ति मिनरल्स प्राइवेट लिमिडेट, मेसर्स शक्ति समृद्धि इंफ्रा प्राइवेट
लिमिडेट और पलक इंटरप्राइजेज आदि शामिल थीं. गोप की पत्नी शकुंतला देवी अपने सहयोगी सुमंत
के साथ मिलकर ये कंपनियां चला रही थीं.