औरंगाबाद का नवीनगर अब बिजली उत्पादन का केंद्र बनता जा रहा है। यहां अब सोलर विद्युत परियोजना भी लगाई जा रही है जिससे 22 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाएगा। इसके लिए बीआरबीसीएल बिजली संयंत्र लगाने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। इस मामले को लेकर परियोजना सभागार में एक प्रेसवार्ता की गई।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बीआरबीसीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने पावर प्लांट परिसर में 100 करोड़ रुपए की लागत से 22 मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता वाली सौर ऊर्जा विद्युत उत्पादन संयंत्र लगाया जाएगा। इसके लिए फिजीबिलिटी रिपोर्ट बनाई जा रही है। इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण नहीं की जाएगी क्योंकि संयंत्र परिसर में पर्याप्त मात्रा में आधारभूत संरचना उपलब्ध है।
बीआरबीसीएल परिसर में स्थापित होने वाला यह सोलर उत्पादन संयंत्र औरंगाबाद का पहला सोलर बिजली उत्पादन केंद्र होगा।
प्रदूषण नियंत्रण पर भी नजर
बीआरबीसीएल के अधिकारी ने बताया कि थर्मल पॉवर परियोजना को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए अत्याधुनिक प्रदूषण नियंत्रण संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। इस संयंत्र की स्थापना करीब 700 करोड़ रूपए की लागत से की जा रही है। संयंत्र में फ्लू गैस डिसल्फ्राइजेशन और जीरो लिक्विड डिस्चार्ज जैसी तकनीक प्रगति पर है।
प्रदूषण नियंत्रण संयंत्र के स्थापना का काम दिसंबर 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा। इस संयंत्र के स्थापना के बाद परियोजना 99 प्रतिशत प्रदूषणमुक्त हो जायेगा। उन्होंने बताया कि भारतीय रेल बिजली कंपनी की कुल विद्युत उत्पादन क्षमता 1000 मेगावाट है जिसका 90 प्रतिशत बिजली रेलवे को दी जाती है जबकि 10 प्रतिशत बिजली बिहार राज्य को।
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औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट
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