Ranchi: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सत्ता के संरक्षण में अपराध फल-फूल रहा है, जो झारखंड के भविष्य के लिए खतरनाक संकेत है। उन्होंने कहा कि पाकुड़ जिले के सोलागढ़िया गांव में छठ पूजा के दिन कांग्रेस नेता बेलाल शेख और उसके साथी जियाउल पगला ने एक पत्थर खदान के मुन्शी पर गोलीबारी की। सौभाग्य से मुन्शी की जान बच गई, लेकिन वह गंभीर रूप से घायल हुआ।
घायल मुन्शी ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि दो दिन पूर्व भी इन दोनों अपराधियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी। बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया था, लेकिन ‘हाउस’ के दबाव में उन्हें छोड़ दिया गया। उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसा क्यों हुआ और क्या गिरफ्तारी का रिकॉर्ड भी मिटा दिया गया है?
“कौन हैं ‘हाउस’ के वे लोग?” — मरांडीः
बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री से सीधा सवाल किया कि “हेमंत सोरेन जी, बताइए कि ‘हाउस’ के वे कौन लोग हैं जो हत्या के प्रयास जैसे संगीन मामले के आरोपियों को बचा रहे हैं? कांग्रेस के पूर्व मंत्री और उनके पुत्र से इन अपराधियों का क्या संबंध है?” उन्होंने आगे कहा कि यह बेहद चिंताजनक है कि अब जो ‘हाउस’ के हिसाब से माइनिंग नहीं करेगा, उसे गोली मार दी जाएगी। यह झारखंड में कानून व्यवस्था की विफलता को दर्शाता है।
सत्ता की सरपरस्ती में अपराध पनप रहाः
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राज्य सरकार की सरपरस्ती में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की कि झारखंड के जिलों को क्राइम डिस्ट्रिक्ट बनने से रोकिए। राज्य में भय और असुरक्षा का माहौल खत्म कीजिए। कानून व्यवस्था को मजबूत कीजिए। मरांडी ने कहा कि अगर इस तरह की घटनाओं पर रोक नहीं लगी, तो झारखंड में शासन की साख पर गंभीर सवाल खड़े होंगे।
रिपोर्टः मदन सिंह
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