रांची:नामकुम स्थित मिलिट्री ग्राउंड में आयोजित एयर शो 2025 का दूसरा दिन रोमांच, गर्व और देशभक्ति के रंगों से सराबोर रहा। रविवार की सुबह जैसे ही सूर्य की किरणें मैदान पर पड़ीं, दर्शकों की भारी भीड़ पहले से ही मैदान में अपनी जगह ले चुकी थी। हर आयु वर्ग के लोगों का उत्साह देखने लायक था – बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी की निगाहें आसमान की ओर थीं।
कार्यक्रम की शुरुआत वायुसेना के अधिकारियों की ओर से की गई, जिन्होंने दर्शकों को एयर शो के नियमों, सुरक्षा मानकों और शो की रूपरेखा से अवगत कराया। उद्घाटन वक्तव्य के दौरान वायुसेना ने यह संदेश भी दिया कि यह शो केवल एक प्रदर्शन नहीं, बल्कि देश की शक्ति, तकनीकी प्रगति और नागरिकों के सहयोग का प्रतीक है।
सबसे पहले स्काई से पैराशूट के साथ भारतीय वायुसेना के गरुड़ कमांडोज ने मैदान में छलांग लगाई। जैसे ही पहला पैरा जम्पर हवाई जहाज से उतरा, पूरा मैदान तालियों से गूंज उठा। उनका लैंडिंग अंदाज़ और फ्लेयर स्मोक के साथ किया गया प्रदर्शन अत्यंत रोमांचकारी था। हर जम्प के साथ दर्शकों का उत्साह बढ़ता गया।
इसके बाद मंच संभाला वायुसेना की प्रसिद्ध सूर्यकिरण एरोबैटिक टीम ने। नौ विमानों के इस दल ने अपने विशिष्ट लाल और सफेद रंग के एयरक्राफ्ट्स के साथ ऐसी फॉर्मेशन बनाई कि दर्शकों की सांसें थम गईं। ‘डायमंड’, ‘हर्ट’, और ‘ट्राइडेंट’ जैसे फॉर्मेशन के दौरान पूरे मैदान में तालियों और जय हिंद के नारों की गूंज सुनाई दी। उनकी धुंए से बनी तिरंगे की आकृति ने देशभक्ति की भावना को चरम पर पहुँचा दिया।
इसके बाद रोटरी विंग यानी हेलीकॉप्टरों का प्रदर्शन शुरू हुआ। चेतक और चेतन हेलीकॉप्टरों ने सटीक उड़ानों के साथ अपनी तकनीकी दक्षता दिखाई, जबकि स्वदेशी एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) ध्रुव ने हवा में कलात्मक चक्कर काटते हुए अपनी शक्ति और लचीलापन दर्शाया। दर्शकों ने इसे बेहद सराहा।
मंच पर उतरे वायुसेना के गरुड़ कमांडोज, जिन्होंने एक सजीव युद्ध-परिदृश्य (Live Combat Demo) प्रस्तुत किया। हेलीकॉप्टर से उतरते हुए आतंकवादियों को पकड़ने की रणनीति, ब्रीचिंग, ग्रेनेड फेंकना, रैपलिंग और फायरिंग जैसे युद्ध-कौशलों का जीवंत प्रदर्शन किया गया। यह क्षण दर्शकों को यह समझाने के लिए काफी था कि हमारी वायुसेना केवल आकाश में नहीं, जमीन पर भी उतनी ही सक्षम है।
कार्यक्रम का अंतिम सत्र जनता के लिए खास तौर पर तैयार किया गया था। विमान और हेलीकॉप्टरों के मॉडल के साथ लोग फोटो खिंचवाते नज़र आए। वायुसेना के जवानों से बातचीत कर युवाओं ने कॅरियर के अवसरों की जानकारी ली। बच्चे हवाई टोपी पहनकर गर्व से घूमते नजर आए।
पूरा कार्यक्रम सुरक्षा के कड़े इंतज़ामों के बीच शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। रांची जिला प्रशासन और वायुसेना की संयुक्त टीम ने भीड़ नियंत्रण, आपातकालीन सेवाओं और यातायात प्रबंधन को बखूबी संभाला।
दर्शकों में खासकर युवाओं और बच्चों का उत्साह चरम पर था। कई परिवार सुबह से ही मैदान में डटे रहे। रांची विश्वविद्यालय की छात्रा प्राची ने कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि रांची में ऐसा एयर शो देखने को मिलेगा। सूर्यकिरण का प्रदर्शन देखकर रोंगटे खड़े हो गए।