मुंगेर: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव मुंगेर के जमालपुर पहुंचे। जमालपुर में वे एशिया के सबसे पहले रेल कारखाना में पहुंच कर उन्होंने जमालपुर रेल कारखाना की क्षमता वृद्धि का शिलान्यास किया। रेल मंत्री राजधानी पटना से जमालपुर तक रेलवे की स्पेशल वैगन से पहुंचे। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्री ललन सिंह, बिहार के दोनों उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा मौजूद थे। Munger MP Munger MP Munger MP Munger MP Munger MP
जमालपुर पहुंचने के बाद केंद्रीय मंत्री ने अमृत भारत योजना के तहत रेलवे स्टेशन पुनर्निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और फिर वे भारतीय रेल यांत्रिक एवं विद्युत् अभियंत्रण संस्थान (इरिमी) पहुंचे। इरिमी के ऑडिटोरियम में रेल मंत्री ने वैगन पीओएच की क्षमता में वृद्धि कार्य का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कई घोषणाएं भी की। उन्होंने कहा कि जमालपुर रेल कारखाना को एशिया का सबसे पहला रेल कारखाना होने का गौरव प्राप्त है। अब एक बार फिर से इसका कायाकल्प किया जायेगा।
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इस दौरान रेल मंत्री ने घोषणा की कि जमालपुर के इरिमी को सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस बनाया जायेगा। इसके लिए योजनाएं बन चुकी है। एक महीना के अंदर गतिशक्ति विश्वविद्यालय के कुलपति को यहां भेजा जायेगा। वे सारी स्थितियों का निरीक्षण कर योजना बनायेंगे ताकि वर्ष 2026 से सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस शुरू किया जा सके। इस विश्वस्तरीय संस्थान में वेल्डिंग, हाइड्रॉलिक्स, न्यूमेटिक्स एवं मेकेटोनिक्स ब्रांच की पढ़ाई होगी। इसके विकास पर रेल मंत्रालय 350 करोड़ रुपए खर्च करेगा।
इस दौरान रेलमंत्री ने घोषणा की कि इरिमी में गैर रेलकर्मी को भी प्रवेश दिया जायेगा ताकि यहां के स्थानीय युवा अपने लिए रोजगार का मार्ग प्रशस्त कर सकें। रेलमंत्री ने इसके लिए स्थानीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री ललन सिंह को धन्यवाद देते हुए कहा कि आज यह सब इनके सुझाव के कारण ही संभव हो रहा है। जमालपुर रेल इंजन कारखाना में रेलमंत्री ने रेल कर्मियों से मुलाकात कर उनसे भी बात की
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मुंगेर से गौतम झा की रिपोर्ट