Bermo: हाल ही में देश के मुख्य न्यायाधीश (CJI) पर एक वकील द्वारा कोर्ट परिसर में जूता फेंके जाने की घटना सामने आई थी। इस घटना के विरोध में अंबेडकर विचार विकास मंच की ओर से चार नंबर जारीडीह मोड़ में एक दिवसीय विरोध धरना आयोजित किया गया। धरने में उपस्थित लोगों ने कहा कि यह आंदोलन संविधान की रक्षा और न्यायपालिका की गरिमा बनाए रखने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
धरने में मंच के सदस्यों ने कहा कि यह घटना भारतीय न्यायपालिका और संविधान की गरिमा पर सीधा प्रहार है। इस घटना को लेकर देशभर में दलित समुदाय सहित संविधान में आस्था रखने वाले लोग विरोध दर्ज कर रहे हैं।
मुख्य न्यायाधीश (CJI) पर जूता फेंकने का विरोध –
धरना स्थल पर लोगों ने राष्ट्रपति के नाम संयुक्त हस्ताक्षर अभियान चलाया और ज्ञापन भेजने की प्रक्रिया शुरू की। मंच के कार्यकर्ताओं ने बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों में भी इसी तरह के धरने आयोजित किए जा रहे हैं। मंच की ओर से पांच सूत्री मांग पत्र जारी किया गया है।
जिसमें मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने वाले वकील के खिलाफ कड़ी कार्रवाई, हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई. पूरण कुमार की मौत की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई सहित अन्य मांगें शामिल हैं।
रिपोर्ट : मनोज कुमार
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