गिरिडीह: गिरिडीह के सरिया में दो मार्च को अच्छुवाटांड़ स्थित एक घर से हुई लूटपाट के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस जांच में पता चला कि यह लूट की घटना वास्तविक नहीं थी, बल्कि ऑनलाइन गेमिंग में पैसे गंवाने के बाद गढ़ी गई एक मनगढ़ंत कहानी थी।
शुक्रवार को सरिया अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी धनंजय राम और थाना प्रभारी आलोक कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता में बताया कि पीड़ित जितेंद्र कुमार मंडल और उसकी मां ने मिलकर इस झूठी लूट की योजना बनाई थी। जांच में खुलासा हुआ कि जितेंद्र को ऑनलाइन गेमिंग की लत थी और उसने बीते चार महीनों में अपनी शादी के लिए मिले दहेज समेत करीब साढ़े चार लाख रुपये हार दिए थे।
मार्च में होने वाली शादी के लिए जब परिवारजन उससे रुपये मांगने लगे, तो वह बहाने बनाने लगा। जब दबाव बढ़ा, तो उसने अपनी मां को सच्चाई बताई और आत्महत्या की धमकी देने लगा। मां ने बेटे की चिंता में उसकी गढ़ी हुई झूठी कहानी को सच मान लिया और दोनों ने मिलकर लूट की झूठी प्राथमिकी दर्ज कराई।
पुलिस ने साक्ष्यों के आधार पर इस मामले का खुलासा किया और बताया कि इस घटना में कोई लूटपाट नहीं हुई थी।