गयाजी : देश में कोरोना ने दस्तक दे दी है। कोरोना के नए वैरिएंट को देखते हुए बीते दिनों राज्य सरकार जिले भर के सरकारी अस्पतालों के लिए गाइड लाइन जारी कर दिया है। गयाजी जिले के अधिकारियों की मानें तो लोगों को फिलहाल कोरोना से बचाव के प्रति जागरूक किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर सिस्टम की तैयारियां सवालों के घेरे में हैं। कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच जिले के कई अस्पतालों में या तो ऑक्सीजन प्लांट बंद हैं या टेक्नीशियन नहीं हैं।
JPN अस्पताल की बात करें तो यहां ऑक्सीजन प्लांट बंद है
जेपीएन अस्पताल की बात करें तो यहां कि ऑक्सीजन प्लांट बंद है, कब से बंद पड़ा है, इसकी आथेंटिक जानकारी नहीं दी गई है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से तकनीकी खराबी का हवाला दिया गया है, लेकिन अबतक सुधार नहीं हुआ। अस्पताल में प्लांट है, लेकिन उसे चलाने वाला कोई नहीं। प्लांट के दरवाजे पर ताला लगा हुआ है। वहीं, प्रभावती अस्पताल में प्लांट चालू हालत में है। लेकिन टेक्नीशिय नहीं है, जिसके चलते प्लांट बंद पड़ा है।
ANMCH में 3 ऑक्सीजन प्लांट हैं लेकिन इनमें से एक फिलहाल बंद है
अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तीन ऑक्सीजन प्लांट हैं, लेकिन इनमें से एक फिलहाल बंद है। इस प्लांट का संचालन पहले प्राइवेट एजेंसी कर रही थी, लेकिन एजेंसी का करार समाप्त हो चुका है। मेडिकल कॉलेज अधीक्षक डॉ. केके सिन्हा के मुताबिक, नई कंपनी को अनुबंध दे दिया गया है, जल्द काम शुरू हो जाएगा। प्लांट में मामूली तकनीकी कमी है। उसे कल तक दूर कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि दो प्लांट चालू है। आठ सौ से ज्यादा बेड पर पाइपलाइन से ऑक्सीजन की सप्लाई हो रही है। मास्क, सैनिटाइजर और जांच किट भी पर्याप्त मात्रा में मौजूद हैं।
यह भी देखें :
घबराने की जरूरत नहीं है – डॉ. राजाराम प्रसाद
वहीं सिविल सर्जन डॉ. राजाराम प्रसाद का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है। जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में कोरोना मरीजों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और सिलेंडर भी सभी जगह उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि जिन अस्पतालों में तकनीकी गड़बड़ी है, वहां जल्द सुधार कर ऑक्सीजन प्लांट शुरू कर दिए जाएंगे। अनुमंडलीय अस्पतालों में भी दवाएं, कंसंट्रेटर और सिलेंडर की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
यह भी पढ़े : IGIMS में डॉक्टर सहित मिले 4 कोरोना के नए मरीज, पटना में कुल 21
आशीष कुमार की रिपोर्ट
Highlights