डिजीटल डेस्क : – ओवैसी ने बांग्लादेश प्रकरण पर मोदी सरकार पर बोला हमला, कहा – विदेश नीति का बना दिया मजाक, साफ बताएं कि भारत सरकार किसके साथ। बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बाद पीएम पद से इस्तीफा देकर अल्पकालिक शरण के लिए हिंडन एयर बेस के गेस्ट हाउस में कड़ी सुरक्षा निगरानी में रुकीं शेख हसीना वाजेद एवं बांग्लादेश में जारी हिंसा व उपद्रव को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। कहा कि मोदी सरकार ने भारतीय विदेश नीति का मजाक बना दिया है। पीएम बताएं वो किसके साथ हैं। ओवैसी ने कहा कि अगर हम बांग्लादेश में अपनी मौजूदगी का एहसास नहीं कराएंगे तो वहां पर चीन और पाकिस्तान को फायदा मिल जाएगा। पीएम मोदी ने अब तक यह क्यों नहीं कहा कि हम बांग्लादेश की जनता के साथ हैं।
बांग्लादेश के हालात लेकर मोदी सरकार पर बरसे असदुद्दीन ओवैसी, बोले- मोदी सरकार का रवैया सुस्त
बांग्लादेश के लगातार बिगड़े हालात पर हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार के रवैये को सुस्त बताया है और सरकारी रवैये पर जमकर निशाना साधा है। कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की डिप्लोमेसी देश की जगह लीडर पर आधारित है। उन्होंने एक निजी टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि पीएम मोदी को बांग्लादेश के मुद्दे पर बयान देना चाहिए और बताएं कि वह किसके साथ हैं। आरक्षण के खिलाफ बांग्लादेश में शुरू हुआ प्रदर्शन धीरे-धीरे हिंसक होता चला गया,जिसमें बड़ी संख्या में लोग मारे गए। प्रदर्शनकारियों के उग्र रूप को देखते हुए शेख हसीना ने कल सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया और स्वदेश छोड़ते हुए भारत पहुंच गईं। हसीना यहां से कहां जाएंगी, इस बारे में स्थिति अभी साफ नहीं है जबकि उनके साथ भारत आए कई रिश्तेदार लंदन के निकल गए हैं।
ओवैसी बोले – पीएम मोदी स्पष्ट करें कि वो बांग्लादेशी जनता के साथ हैं या हटाए गए नेता के साथ
भारत के रुख के बारे मेंअसदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पीएम मोदी यह क्यों नहीं कह रहे हैं कि हम बांग्लादेश की जनता के साथ हैं। आप हटाए गए नेता के साथ हैं या फिर जनता के साथ, यह बताना चाहिए। शेख हसीना को भारत में संरक्षण देने के मसले पर ओवैसी ने कहा कि मेरा सवाल सरकार से है कि कल को वहां पर चुनी हुई सरकार कहती है कि इनको भेजिए क्योंकि इन पर हमें केस चलाना है तो वैसे में पीएम मोदी क्या करेंगे। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की जो नीति है, वो नेताओं पर आधारित है जबकि विदेश नीति देश के आधार पर होती है। आपको नहीं मालूम है कि अफगानिस्तान में क्या हुआ। हमने हजारों लोगों को ट्रेंड किया लेकिन कहां हैं वो लोग। वे भारत आने को तड़प रहे हैं और भाग रहे हैं यहां से वहां। मालदीव और श्रीलंका में जो कुछ हुआ,उसका पता नहीं लेकिन म्यांमार में बहुत कुछ हो गया, लेकिन आपको पता नहीं। फिर आपको क्या पता है और ये क्या आपकी विदेश नीति है।

ओवैसी बोले – बांग्लादेश के हालात भारत के लिए खतरा
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी यहीं नहीं रुके। बांग्लादेश प्रकरण पर उन्होंने आगे कहा कि वहां के कई दोस्त मुझे बता रहे थे कि शेख हसीना को जाना पड़ेगा। आज विदेश मंत्री एस जयशंकर सर्वदलीय बैठक में कह रहे हैं कि इस मामले में पाकिस्तान का हाथ हो सकता है और उनके डिप्लोमैट ने अपना डीपी चेंज किया है। अब आप लोग डीपी देखेंगे, ये कैसा मजाक है। आप लोगों को मालूम होना चाहिए कि यह हो रहा है। वह कहते हैं कि चीन और यूएस ने मिलकर किया है तो सवाल है कि वो कब से मिल गए। उन्होंने हमारी विदेश नीति का मजाक बनाकर रख दिया है। ओवैसी ने सवाल किया कि यह इस तरह से चलेगा? बांग्लादेश में हिंसक हालात से भारत के संभावित खतरे पर ओवैसी ने कहा कि यकीनन खतरा है, कौन इससे इनकार कर रहा है लेकिन हमारे देश के पीएम जो मुस्कुराते हुए थकते नहीं हैं दुनिया के किसी देश के नेता को मिलते हुए. ये उनकी गलती है कि अपनी विदेश नीति को व्यक्तिगत आधार पर तय करते हैं। ओवैसी ने कहा कि अब तक कहना चाहिए था कि नेता आएंगे जाएंगे, लेकिन बांग्लादेश के साथ रिश्ते हमेशा अच्छा रहना चाहिए। अगर हम वहां पर अपनी मौजूदगी का एहसास नहीं कराएंगे तो वहां पर चीन और पाकिस्तान को इसका फायदा मिल जाएगा। ओवैसी ने आगे कहा कि पीएम मोदी ने यह क्यों नहीं कहा कि हम बांग्लादेश की जनता के साथ हैं। पड़ोसी मुल्क में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार पर ओवैसी ने कहा कि हमें वहां की सरकार को बोलना चाहिए। बदलाव आने पर प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए था लेकिन अभी भी वहां के हालात पर वेट एंड वॉच की स्थिति बनी हुई है।