रांची : आज पद्मश्री डॉ.रामदयाल मुंडा की जयंती पर झारखण्ड ने उन्हें याद किया। रामदयाल मुंडा जयंती पर मोरहाबादी के रामदयाल मुंडा पार्क में मनाया गया, और डॉ. रामदयाल मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस मौके पर सिल्ली विधायक सुदेश महतो रामदयाल मुंडा की पत्नी, पुत्र समेत कई लोग उपस्थित रहे।
सिल्ली विधायक सुदेश महतो ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि रांची यूनिवर्सिटी के कुलपति और झारखंड के परंपरा की नीव रखने वाले व्यक्ति को मैं नमन करता हूं।
रामदयाल मुंडा का पूरा जीवन यहां की संस्कृति से रचा बसा था उनके जीवन का हर राग झारखंड के लिए था। भाषा साहित्य के लिए वो हमेशा प्रयासरत रहे। 1982 में अमेरिका से आकर रांची विश्वविद्यालय के कुलपति से मुलाकात की और जातीय और क्षेत्रीय भाषा की स्थापना की। अंग्रेजी के दायरे से बाहर निकलकर खुद नागपुरी मुंडारी में साहित्य लेखन किया । अंतरराष्ट्रीय स्तर के एक बुद्धिजीवी की अपनी भाषा के प्रति सम्मान देख कई लोग सामने आए।
रिपोर्टर : करिश्मा सिन्हा