बेटे की अस्थियां लेकर पटना पहुंचे माता-पिता, सरकार से न्याय की गुहार

बेटे की अस्थियां लेकर पटना पहुंचे माता-पिता, सरकार से न्याय की गुहार

पटना : बेंगलुरु में सुसाइड करने वाले एआई इंजीनियर अतुल सुभाष का मामला अब राष्ट्रीय चर्चा का विषय बन गया है। पत्नी के हैरेसमेंट से परेशान होकर अतुल ने सोमवार को फांसी लगाकर अपनी जान दे दी थी। अपनी मौत से पहले उन्होंने करीब डेढ़ घंटे का वीडियो बनाया और 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा था। अतुल के माता-पिता और भाई उनकी अस्थियां लेकर बुधवार को पटना पहुंचे। बेंगलुरु में ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया था। पटना एयरपोर्ट पर अतुल के माता-पिता अपने बेटे के लिए न्याय की गुहार लगाते नजर आए।

मां का दर्द

अतुल की मां अपने आंसुओं को रोक नहीं सकीं। रोते-रोते वह एयरपोर्ट पर बेहोश हो गईं। होश में आने के बाद उन्होंने कहा कि मेरे बच्चे को बहुत टार्चर किया गया। मेरे बुढ़ापे का सहारा छिन गया।

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पिता की अपील

अतुल के पिता ने न्याय प्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि हमारी न्याय प्रणाली बहुत कमजोर है। मेरा बच्चा सब कुछ बयान दे गया है, लेकिन हमें न्याय नहीं मिला। उसने हमें कुछ नहीं बताया क्योंकि वह हमें दुखी नहीं करना चाहता था। उसे लगातार प्रताड़ित किया गया। हम चाहते हैं कि हमारे बेटे को इंसाफ मिले और कानून-व्यवस्था सही हो।

भाई और मामा का आरोप

अतुल के छोटे भाई ने कहा कि उनके भाई पर झूठे केस चल रहे थे और सिस्टम के खिलाफ लड़ते-लड़ते उन्होंने अपनी जान दे दी। वहीं, अतुल के मामा ने कहा कि हमारे भांजे के साथ बहुत गलत हुआ। कोर्ट में उनकी बातों को सुना नहीं गया। यह सुसाइड न्याय के लिए किया गया है। हम सरकार और न्यायालय से अपील करते हैं कि हमारे बच्चे को न्याय दिलाया जाए। अतुल सुभाष के इस मामले ने न्याय प्रणाली और समाज में फैली समस्याओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। उनके परिवार की अपील ने सभी का ध्यान इस ओर खींचा है कि कैसे एक युवा, जो देश की तकनीकी उन्नति में योगदान दे रहा था, उसे न्याय की उम्मीद में अपनी जान देनी पड़ी।

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