Patna– बिहार विधान सभा और विधान परिषद की बैठक अग्निवीर योजना को लेकर हंगामें की भेंट चढ़ गयी. युवाओं पर दर्ज मुकदमों का विरोध करते हुए विधान परिषद में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि जब तक युवाओं पर दर्ज किए गए मुकदमों को वापस नहीं लिया जाता, तब तक यह विरोध प्रर्दशन जारी रहेगा.
राबड़ी देवी ने कहा कि सरकार योजना का विरोध करने वाले युवाओं का जीभ काट रही है. लेकिन राज्य की जनता सब देख रही है. यह लड़ाई सड़क से सदन तक लड़ी जाएगी. इसके पहले विधान परिषद की करवाई शुरू होते ही राजद विधान परिषद के सदस्यों ने अग्निपथ योजना के खिलाफ कार्य स्थगन प्रस्ताव लाया. साथ ही अग्निवीर योजना को वापस लेने और गिरफ्तार छात्रों को रिहा की मांग करने लगें. लेकिन विधान परिषद सभापति अवधेश नारायण सिंह ने किया इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया. इसके बाद सदन हंगामें की भेंट चढ़ गई.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अग्निवीर योजना को लेकर जवाब की मांग
इधर बिहार विधान सभा में विधान सभा की कार्रवाई शुरु होते ही राजद सहित दूसरे विपक्षी दलों का हंगामा शुरु हो गया. सदस्य अग्निवीर योजना पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जवाब की मांग कर रहे थें. योजना का विरोध करते हुए सदस्य वेल में तक पहुंच गए. हंगामा करते सदस्यों को अध्यक्ष विजय सिन्हा ने चेतावनी देते हुए कहा कि रिपोर्टिंग टेबल पटकने वालों कार्रवाई होगी. आप कार्रवाई के लिए तैयार रहें. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि अग्निवीर योजना सदन का मामला ही नहीं है, इसे यहां उठाना उचित नहीं है. लेकिन सदस्यों का हंगामा नहीं रुका, आखिरकार विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा को 2:45 तक स्थगित कर दिया.
अपने पहले के बयान से पलटी मार गएं उपेंद्र कुशवाहा
इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए जदयू के उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि विपक्ष की पार्टियों का काम है विरोध करना, लेकिन सदन का इस्तेमाल सकारात्मक कार्यों के लिए होना चाहिए. लेकिन बड़ी बात यह रही कि उपेंद्र कुशवाहा ने अग्निपथ योजना लेकर अपने पहले के बयान से पलटते नजर आए. आपको बता दें कि उपेन्द्र कुशवाहा ने केन्द्र सरकार से इस योजना पर पुनर्विचार करने को कहा था, लेकिन आज उन्होने इस तरह के किसी भी बयान से साफ इंकार कर दिया.
हर घर नल का जल योजना पर हंगामा
जब सदन की कार्यवाही एक बार फिर से शुरु हुई तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट हर घर नल का जल योजना को लेकर जमकर बहस हुई. मुख्यमंत्री की मौजदूगी में हंगामा होता रहा. आरजेडी के विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि इस योजना में भारी गड़बड़ी है. विभागीय मंत्री इसकी जांच करवा लें, यह योजना कहीं भी सफल नहीं रही. पूरे बिहार में यह योजना असफल रहा है. जबकि पंचायतीराज मंत्री सम्राट चौधरी ने सदस्यों को यह कह कर आश्वस्त करने की कोशिश की यदि कोई शिकायत है तो इसकी जांच की जाएगी. सदस्य इसकी जानकारी दें. आखिरकार सदन को कल 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया
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