डिजिटल डेस्क : मध्य प्रदेश के पीथमपुर में सड़कों पर उतरे लोग, पथराव के बाद हुआ लाठीचार्ज। मध्य प्रदेश के पीथमपुर में भीषण तनातनी की स्थिति बनी हुई है। बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर डटे हुए हैं और भोपाल गैस कांड के कचरे को यहां जलाने का विरोध कर रहे हैं। पीथमपुर में शुक्रवार सुबह से ही अघोषित बंदी का माहौल है।
लोग पीथमपुर में भोपाल गैस कांड के जहरीले कचरे को जलाए जाने की तैयारी के विरोध में सडकों पर उतर गए हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, भीड़ को तितर-बितर करने पहुंचे पुलिस बल पर पथराव हुआ और उसके बाद भीड़ पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया है।
पीथमपुर में लोगों के समर्थन में पहुंचे इंदौर से भी संगठनों के लोग
भोपाल गैस कांड के कचरे को पीथमपुर में जलाने का विरोध तेज हो गया है। आज सुबह से पूरा पीथमपुर बंद है। कहीं पर भी दुकानें नहीं खुली हैं। लोगों ने स्वेच्छा से दुकानों को बंद रखा है। लाखों लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। बीते कल रात भोपाल से पीथमपुर में कचरा आने के बाद से प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की सांसें फूली हुई हैं।
पुलिस, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की समझाइश का जनता पर कोई असर पड़ता नजर नहीं आ रहा है। सभी संगठन, संस्थाएं एक मंच पर आकर इसका विरोध कर रही हैं। इस बीच इंदौर से कई संस्थाओं और सामाजिक संगठनों के लोग पीथमपुर गए हैं।
बड़ी संख्या में इंदौर में भी लोग इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मजदूर संघ, किसान संघ, रहवासी संघ और कई संस्थाएं पीथमपुर जाकर विरोध प्रदर्शन में हिस्सा ले रही हैं।
गैस कांड का जहरीला कचरा भोपाल से पीथमपुर पहुंचते हुए नाराज लोगों का प्रदर्शन हुआ तेज
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, भोपाल गैस कांड के कचरे को पीथमपुर में जलाने का विरोध तेज हो गया है। बीती रात भोपाल से पीथमपुर में कचरा आने के बाद से प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की सांसें फूली हुई हैं। पुलिस, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की समझाइश का जनता पर कोई असर पड़ता नजर नहीं आ रहा है।
सभी संगठन, संस्थाएं एक मंच पर आकर इसका विरोध कर रही हैं। पीथमपुर में बंद को रहवासियों का पूरा साथ मिला है। हर जगह बंद का असर नजर आ रहा है। कोई भी सड़कों पर कारोबार करता नजर नहीं आ रहा। लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि कचरा जलाना शुरू किया तो आंदोलन और भी भड़क जाएगा।
भोपाल गैस कांड के जहरीले कचरे के विरोध में उतरे लोगों को समझाने में तमाम नेता और सीएम भी नाकाम
हालात यह हैं कि भोपाल गैस कांड के जहरीले कचरे को जलाने के बाद उपजने वाली स्थिति के अंदेशे को लोगों में जबरदस्त भय का माहौल है। उसी कारण लोग इस कचरे के यहां जलाए जाने का पुरजोर विरोध कर रहे है। लगातार लोग खुद के जीवन को दांव पर लगाए जाने का विरोध कर रहे हैं। इन लोगों को राजनीतिक नेताओं के आश्वासनों पर भी यकीन नहीं है।
बीते गुरूवार को सीएम मोहन यादव ने विरोध कर रहे लोगों को संतुष्ट करने का प्रयास किया लेकिन उसका कोई असर नहीं दिखा। भोपाल से इंदौर आए 337 टन विषैले कचरे को लेकर जारी विरोध के बीच इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में एक बैठक आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि हमें भी शहर की चिंता है। रातभर हमने सरकार को सोने नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि जहरीले कचरे से जनता भयग्रस्त न हो, शंका का समाधान जरूरी है। उन्होंने सभी से बात की लेकिन उनकी बात से भी आंदोलन पर खासा असर नहीं पड़ा। सुबह होते ही लाखों लोग सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए निकल गए।