डिजिटल डेस्क । पीएम मोदी बोले : भविष्य युद्ध में नहीं, बुद्ध में है। गुरुवार को ओडिशा के भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहम भाषण दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि – ‘दुनिया में जब तलवार के जोर पर साम्राज्य बढ़ाने का दौर था, तब हमारे सम्राट अशोक ने यहां शांति का रास्ता चुना था। हमारी इस विरासत का ये वही बल है जिसकी प्रेरणा से आज भारत दुनिया को कह पाता है कि भविष्य युद्ध में नहीं है, बुद्ध में है’।
बोले पीएम मोदी – मैंने भारतीय डायस्पोरा को भारत का राष्ट्रदूत माना
पीएम मोदी ने अपने भाषण में आगे कहा कि –‘ …मैंने हमेशा भारतीय डायस्पोरा को भारत का राष्ट्रदूत माना है। मुझे बहुत खुशी होती है, जब पूरी दुनिया में आप सभी साथियों से मिलता हूं, आपसे बातचीत करता हूं। जो प्यार मुझे मिलता है, वो भूल नहीं सकता हूं। आपका प्यार, आपका आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहता है।
…हम सिर्फ लोकतंत्र की जननी नहीं हैं, बल्कि लोकतंत्र हमारे जीवन का हिस्सा है। हमें विविधता सिखानी नहीं, हमारा जीवन ही विविधता प्रदान करता है। भारतीय जहां भी जाते हैं, वहां के समाज के साथ जुड़ जाते हैं।
…भारतीय जहां भी जाते हैं, वहां के नियम और परंपरा का सम्मान करते हैं। हम पूरी ईमानदारी से उस देश की, उस समाज की सेवा करते हैं। इस सबके साथ ही हमारे दिल में भारत भी धड़कता रहता है’।
बोले पीएम : हम सिर्फ लोकतंत्र की जननी नहीं, लोकतंत्र हमारे जीवन का हिस्सा
प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि – ‘…हम सिर्फ लोकतंत्र के जननी ही नहीं हैं बल्कि लोकतंत्र हमारे जीवन का हिस्सा है। हमें विविधता सिखानी नहीं है। हमारा जीवन ही विविधता प्रदान करता है। भारत की सफलता आज दुनिया देख रही है।
…आज जब भारत का चंद्रयान शिव शक्ति प्वाइंट पर पहुंचता है, तो हम सब को गर्व होता है। आज जब दुनिया, डिजिटल इंडिया की ताकत देखकर हैरान होती है, तो हम सब को गर्व होता है।
…आज भारत का हर सेक्टर आसमान की ऊंचाई छूने को आगे बढ़ रहा है। भारत की बात को आज दुनिया ध्यान से सुनती है। आज का भारत, अपना पॉइंट तो मजबूती से कायम है, ग्लोबल साउथ की आवाज को भी पूरी ताकत से उठाता है’।
‘प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस’ का शुभारंभ कर पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों से किया महाकुंभ 2025 का जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रवासी भारतीयों के लिए विशेष पर्यटक ट्रेन ‘प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस’ को हरी झंडी दिखाई। दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से ट्रेन ने सफर शुरू किया। यह ट्रेन प्रवासी भारतीयों को तीन सप्ताह तक देशभर के कई पर्यटक और धार्मिक स्थलों की यात्रा कराएगी।
ट्रेन का शुभारंभ करने के बाद अपने संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि – ‘आज आप ओडिशा की जिस महान धरती पर जुटे हैं वो भी भारत की समृद्ध विरासत का प्रतिबिंब है। ओडिशा में कदम कदम पर हमारी विरासत के दर्शन होते हैं।
सैकड़ों वर्ष पहले भी ओडिशा से हमारी व्यापारी कारोबारी लंबा सफर करके बाली, सुमात्रा, जावा जैसे स्थानों तक जाते थे…ओडिशा में आज भी बाली यात्रा का आयोजन होता है।
…यह जीवंत त्योहारों का समय है। कुछ ही दिनों में प्रयागराज में महाकुंभ शुरू हो रहा है। मकर संक्रांति, बिहू, पोंगल, लोहड़ी जैसे त्योहार आने वाले हैं। हर जगह आनंदमय वातावरण है’।
इससे पहले विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि ‘हर 2 साल में आयोजित होने वाले इस सम्मेलन के माध्यम से विदेशों में रहने वाले भारतीय अपने देश में हो रही प्रगति और विकास को देख पाते हैं, अनुभव कर पाते हैं। आप सभी न केवल अपने जीवन की उपलब्धियों पर गर्व कर करते हैं, बल्कि विदेशों में हमारे लिए बढ़ते सम्मान का भी अनुभव करते हैं। वैश्विक युग में प्रवासी समुदाय का महत्व प्रत्येक वर्ष के साथ बढ़ता गया है’।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी भी इस अवसर पर मौजूद रहे। अपने संबोधन में ओडिशा के मुख्यमंत्री माझी ने कहा कि ‘इस बार प्रवासी भारतीय दिवस की थीम ‘विकसित भारत के निर्माण में प्रवासी भारतीयों का योगदान’ है। आज मैं ओडिशा की धरती से सभी का अभिवादन करता हूं’।