नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सोमवार तड़के अपनी तीन दिवसीय यूरोप यात्रा पर
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नई दिल्ली से जर्मनी के लिए रवाना हो गए. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक ट्वीट में जानकारी दी,
“पीएम मोदी ने बर्लिन के लिए उड़ान भरी, जहां वह भारत-जर्मनी सहयोग को
मजबूत करने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे.”
प्रधानमंत्री का सोमवार को बर्लिन, जर्मनी पहुंचेंगे,
जहां वह जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ के साथ छठे भारत-जर्मनी इंटर गवर्नमेंटल कंसल्टेशन (आईजीसी) में भाग लेंगे.
अन्य उच्च स्तरीय बातचीतों के साथ-साथ नॉर्डिक देशों के नेताओं के साथ
बातचीत करने के लिए पीएम मोदी का मंगलवार को डेनमार्क जाने का भी कार्यक्रम है.
उनकी यात्रा बुधवार को पेरिस में एक ठहराव के साथ समाप्त होगी,
जहां प्रधानमंत्री नवनिर्वाचित फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करेंगे.
जर्मनी के चांसलर से करेंगे मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यात्रा पर रवाना होने से पहले कहा, “मैं जर्मनी के संघीय चांसलर महामहिम ओलाफ स्कोल्ज़ के निमंत्रण पर 2 मई, 2022 को बर्लिन, जर्मनी की यात्रा करूंगा और इसके बाद मैं डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन के निमंत्रण पर 3 से 4 मई, 2022 तक कोपेनहेगन, डेनमार्क की यात्रा पर रहूंगा, जहां मैं द्विपक्षीय बैठकों में भाग लूंगा तथा दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में शामिल होऊंगा. भारत वापस आते समय, मैं फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ बैठक के लिए पेरिस, फ्रांस में थोड़ी देर के लिए रुकूंगा.”
राजनयिक संबंधों की स्थापना के 70 साल पूरे
पीएम मोदी ने कहा, “2021 में भारत और जर्मनी ने राजनयिक संबंधों की स्थापना के 70 साल पूरे किए और दोनों देश 2000 से रणनीतिक साझेदार रहे हैं. मैं चांसलर स्कोल्ज़ के साथ रणनीतिक, क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम, जो दोनों देशों से संबंधित हैं, पर विचारों का आदान-प्रदान करने की आशा करता हूं”
मोदी ने कहा, “महाद्वीपीय यूरोप में भारतीय मूल के दस लाख से अधिक लोग निवास करते हैं और जर्मनी में इस प्रवासी समुदाय का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहता है. भारतीय प्रवासी, यूरोप के साथ हमारे संबंधों के लिए एक महत्वपूर्ण आधार हैं और इसलिए मैं महाद्वीप की अपनी इस यात्रा के अवसर का उपयोग अपने भाइयों और बहनों से मिलने के लिए भी करूंगा.”