PM चुनावी सभा के लिए नहीं, मिथिला के विकास के लिए आ रहे हैं दरभंगा – संजय सरावगी

PM चुनावी सभा के लिए नहीं, मिथिला के विकास के लिए आ रहे हैं दरभंगा - संजय सरावगी

दरभंगा : बिहार के दूसरे एम्स का शिलान्यास 13 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने जा रहे हैं। जिसकी तैयारी शोभन स्थित एम्स निर्माण स्थल पर अंतिम दौर में चल रही है। कार्यक्रम से पहले जिला प्रशासन और केंद्र से आए अधिकारियों के साथ बैठक हुई है। साथ ही एसपीजी के अधिकारियों ने पूरे इलाको को अपने कब्जे में लेकर निगरानी शुरू कर दी है। वहीं पीएम मोदी के आगमन को लेकर कार्यक्रम स्थल पर छह हेलीपैड बनाए गए हैं। कार्यक्रम को लेकर सात अस्थाई सड़कों का निर्माण किया गया है। ताकि कार्यक्रम के दौरान किसी प्रकार की परेशानी ना हो।

वहीं कार्यक्रम स्थल का भ्रमण कर रहे भाजपा के नगर विधायक सह सत्तारूढ़ सचेतक संजय सरावगी ने कहा कि दिल्ली के बाद सबसे बड़ा एम्स दरभंगा में बन रहा है। इसके साथ ही दरभंगा को एक रेलवे बायपास मिल रहा है। इसके साथ ही सड़क, पेट्रोलियम और रेल सहित स्वास्थ्य योजनाओं का शिलान्यास और उदघाटन करेंगे। जिसकी तैयारी अंतिम दौर में चल रही है। वही उन्होंने कहा कि चार दिनों के अन्दर इस इलाकों का कैसे काया पलट हो गया। ये आप लोग देख ही रहे हैं। मिथिलांचल के लिए 13 नवंबर का दिन बहुत बड़ा होने वाला है। यहां के लोग आतुर है, प्रधानमंत्री मोदी की बातों को सुनने के लिए।

संजय सरावगी ने कहा कि कल के कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बिहार के राज्यपाल राजेद्र विश्वनाथ आर्लेकर के साथ बाहर के दोनों उपमुख्यमंत्री रहेंगे। इसके अलावा भारत सरकार के मंत्री चिराग पासवान सहित बड़ी संख्या में शीर्ष नेताओं का जमावड़ा हो रहा है। वही उन्होंने कहा कि एनडीए के सभी घटक दल मिथिलांचल का विकास कैसे हो इसके लिए प्रतिबद्ध हैं। मिथिला के विकास में एम्स का निर्माण मिल का पत्थर साबित होगा। वही उन्होंने कहा कि इससे पहले भी देश के कई प्रधानमंत्री चुनावी सभा करने आते थे। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री है जो मिथिला के विकास के लिए आ रहे हैं।

यह भी देखें :

बताते चले की बिहार के दूसरे एम्स का निर्माण दरभंग जिला के शोभन बाईपास में 1700 करोड़ से होना है। केंद्र सरकार 25 अक्टूबर को इसके लिए ई टेंडर के माध्यम से निविदा भी निकाल दी गई है। बिहार के दूसरे एम्स के भीतर आईसीसीयू, क्रिटिकल केयर आदि विभागों के लिए 175 बेड, सर्जरी, ऑर्थो, ऑप्थालमॉलॉजी विभाग में 120 बेड जबकि मेडिसिन विभाग में 60 और पीडियाट्रिक में 60 बेड स्त्री एवं प्रसूति विभाग में 75 बेड, डर्मेटोलॉजी में 15 बेडों की व्यवस्था रहेगी। एम्स निर्माण की जिम्मेदारी एसएससीसी कंपनी को दिया गया। उसी का शिलान्यास करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी 13 नवंबर को करने आ रहे है।

यह भी पढ़े : सांसद शंभू शरण पटेल ने कहा- जमुई से PM मोदी का विशेष लगाव, उपचुनाव में 4-0 से जीतेगी NDA

वरुण ठाकुर की रिपोर्ट

Share with family and friends: