जातिगत जनगणना मामले पर पीएमओ गुनाहगार – मनोज झा

पटना : राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के मुख्य प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद डाॅ. मनोज कुमार झा ने संवादादाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जातिगत जनगणना के मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय गुनाहगार है। जब जातिगत जनगणना कराने के मामले में बिहार के प्रतिनीधिमंडल प्रधान मंत्री से मिलने गया उसके बाद से नरेन्द्र मोदी चुप्पी साधे रहे। पीएमओ और आरएसएस के सोच के दायरे से बाहर नहीं निकल पा रही है।

मंडल कमीशन के रिर्पोट 1931 के जनगणना के अनुसार 52 प्रतिशत पिछडों की आबादी थी। जिसमें 27 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की गई क्योंकि इन्दिरा साहनी की रिर्पोट के आधार पर 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण नहीं देने का लक्ष्मण रेखा था। इन्होने आगे कहा कि आबादी के अनुरूप आरक्षण की व्यवस्था के लिए आकड़ों का होना आवश्यक है। इसके लिए बिहार ने जातिगत जनगणना के मामले पर पहल की और आकड़े ईकठे करने का कार्य शुरू किया। लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय की भुमिका से युथ फाॅर इक्वालिटी समता मुलक समाज की अवधारणा से लोगों को दूर रखना चाहती थी। और इस संस्था को हाई कोर्ट में मामला को ले जाकर रूकवाया जब ये मामला हाई कोर्ट से रूका, तो भाजपा कार्यालय में मिठाईया बंटी।

इस मामले में पैरवी के लिए मुकुल रोहतगी को किसने खडा किया ये सबको पता है कि प्रधानमंत्री कार्यालय के ईशारे पर इन्होनें इसका विरोध किया। साथ ही सोलिस्टर जनरल तुषार मेहता के द्वारा इस मामले में जो बाते रखी गई ये जन आकांक्षा की बडी लकीर को कुन्द करने की साजिश है, जबकि सामाज अपना अधिकार चाहता है। लेकिन केन्द्र सरकार ने जो कार्य किया वो जनआकांक्षा के खिलाफ है।

मनोज झा ने आगे कहा कि सरकार का काम झुनझुना बजाना या नाम बदलना नहीं होता है। सरकार का काम होता हैं जनता के प्रति प्रतिबद्धता लेकिन उसके खिलाफ जा कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह इन सारे साजिशों के पिछे लगे रहे जिस दिन से सोलिसिटर जेनरल तुषार मेहता सामने से आ गये तो अब लगता है कि इस मामले में फ्रंट डोर से इसका विरोध किया जा रहा है। हर जातियों के दस्तावेज हमारे बजट योजना और नीतियों का आधार होगा जो लोगों को हक और अधिकार देने में मदद करेगा।

इन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के द्वारा हर राज्यों में ऐसी व्यवस्था के पक्ष में है जो लोगों को हक और अधिकार दे। जिस तरह की केन्द्र के द्वारा साजिश चल रही है। उससे ऐसा लगता है कि राजनीति के माध्यम से संविधान को कुन्द और कतल करने की योजना है और इसमें पीएमओ भी शामिल है। भाजपा के बौद्धिक क्षमता पर सक होता है। सभी आंकडों को क्लेक्ट करने के बाद उसे काॅलेक्ट किया जाता है कई उपजातियों के समुह में रखकर जारी होगें और दुध का दुध और पानी का पानी कर दिया जायेगा।

इन्होंने आगे कहा कि मुजफ्फर नगर में जिस तरह से मुस्लिम बच्चे पर टीचर के द्वारा जहर का बीज बोया गया और बच्चो से पिटवाकर मानसिक प्रताडना दी गई ये सभी कहीं न कहीं टेलीविजन पर शाम होते ही जो नुमाईस की जाती है और जिस तरह से धर्म के नाम पर जहर का बीज बोया जाता है ये उसी का नतीजा है। हम सभी को इसके खिलाफ मिलकर देशहित में खडा होना होगा।

राष्ट्रीय जनता दल का कार्यालय विस्तार नियामानुकुल हो रहा है। इसपर सवाल उठाने वाले भाजपा नेताओं को इस बात का जबाब देना चाहिए कि नोटबंदी के समय पूरे देश भर में फाईव स्टार भाजपा कार्यालय कैसे बना और इसपर बोलने का कोई अधिकार नहीं है। इनकी सोच पर तरस आती है। भाजपा के लोग मनो रोग से ग्रसित है।

इस अवसर पर संवादादाता सम्मेलन में प्रदेश राजद अध्यक्ष जगदानन्द सिंह, राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक, बिन्नू यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष वृषिण पटेल, राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो. नवल किशोर यादव, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव, प्रवक्ता एजाज अहमद, अजय कुमार सिंह और ऋषि मिश्रा सहित अनेक गणमान्य नेतागण उपस्थित थे।

विवेक रंजन की रिपोर्ट

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