वाराणसी : यूपी के जौनपुर जेल में बंदियों में वर्चस्व की जंग में हुई जमकर मारपीट, पूर्वांचल के जिलों में पुलिस अलर्ट। पूर्वी यूपी यानी पूर्वांचल में वाराणसी से सटे जौनपुर के जेल में बंदियों के दो गुटों में वर्चस्व की जंग में हुई हिंसक मारपीट की घटना ने पुलिस-प्रशासन को गंभीर चिंता में डाल दिया है।
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जौनपुर जेल में हुई हिंसक मारपीट की घटना पर पुलिस-प्रशासन ने काबू पा लिया लेकिन इनके बीच जेल के बाहर आसपास के जिलों में गैंगवार की आशंका गहरा चली है। इसी को लेकर पूर्वांचल के जिलों में पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड में आ गई है।
मारपीट में शामिल रहे दोनों बंदी गुटों के लोगों के वाराणसी समेत पूर्वांचल के 4 जिलों में शिफ्ट कर दिया है। DM और SP की अगुवाई वाली विशेष टीम ने जौनपुर जेल का निरीक्षण कर हालात का जायजा भी लिया है।
बताया जा रहा है कि जौनपुर जेल के भीतर हुई हिंसक मारपीट के दौरान दोनों गुटों के बंदियों ने कोई हथियार मौके पर नहीं मिलने पर झाड़ू में लगे डंडों को ही हथियार बनाकर एक-दूसरे पर पिल पड़े थे। पलक झपकते ही वे एक-दूसरे पर झाड़ू के डंडे व लात-घूंसे चलाने लगे।
फिलहाल जौनपुर जेल में हिंसक मारपीट की घटना में दूसरे जेलों में शिफ्ट किए जाने के बाद भी बचे वर्चस्व को लेकर भिड़ने वाले दोनों गिरोह के 8 चिह्नित विचाराधीन बंदियों को अलग-अलग बैरक में रखा गया है।
सोनू सिंह – मंगेश यादव गुट में हुई भिड़ंत
जौनपुर जेल में बंदियों के दो गुटों के बीच हिंंसक भिड़ंत ने पूरे पुलिस-प्रशासन को अलर्ट मोड में ला दिया है और दोनों गुटों में हुई मारपीट की घटना की पड़ताल की जा रही है। आरंभिक तौर पर जो तथ्य सामने आया है, उसके मुताबिक पूरे वाकया शनिवार का है लेकिन जेल प्रशासन ने भी पूरे मामले को अपने स्तर पर बदनामी की आशंका के मद्देनजर दबाए रखा।
इसका भेद बीते रविवार अपराह्न तब खुला, जब रविवार को सुबह DM व SP जौनपुर जिला कारागार का निरीक्षण करने पहुंचे थे। पता चला कि बीते शनिवार को सुबह करीब 8.30 बजे जिला कारागार में खाना लेने के लिए सभी बंदी लाइन में लगे थे। सोनू सिंह और मंगेश यादव गुट से जुड़े बंदी भी लाइन में लगे थे।
खाना पहले लेने के लिए दोनों गुटों के लोग एक-दूसरे को पीछे करने लगे। इस पर दोनों गुटाें में कहासुनी के बाद धक्कामुक्की होने लगी। इसके बाद दोनों गुटों के बंदी एक-दूसरे पर हमलावर हो गए। झाड़ू के डंडे से एक-दूसरे की पिटाई करने लगे।
बीचबचाव में बंदी रक्षक यानी हेड वॉर्डर आशुतोष चतुर्वेदी और जेल वॉर्डर जय प्रकाश यादव सहित बंदी अदनान और बबलू गंभीर रूप से घायल हो गए। कुल घायलों की संख्या 15 बताई जा रही है।
पाया गया है कि सोनू सिंह के 12 और मंगेश गुट के 23 लोग जिला कारागार में बंद हैं। दोनों गुटों में काफी दिनों से वर्चस्व के लिए विवाद चल रहा है।

सोनू- मंगेश गुट की जड़ें मुंबई-कोलकाता में भी…
बताया जा रहा है कि सोनू सिंह और मंगेश यादव गिरोह जौनपुर के अलावा अन्य शहरों में भी सक्रिय है। सोनू सिंह गुट हत्या, लूट, छिनैती आदि अपराधों में संलिप्त है। इनके तार मुंबई और कोलकाता में भी जुड़े हैं।
मंगेश यादव गुट भी लूट, हत्या और छिनैती की बड़ी घटनाओं को अंजाम देता है। दोनों गुटों की जड़ें जौनपुर में गहरी हैं। बीते शनिवार को जौनपुर जेल में हुई बंदियों के इन दो गुटों में हुई हिंसक भिड़ंत की 24 घंटे तक हुई जांच में कई रोचक तथ्य पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों को हाथ लगे हैं।
जांच में मिला कि जेल में वर्चस्व को लेकर भिड़े दोनों गुटों को हाल में भनक लगी थी कि जिला जेल प्रशासन कुछ बंदियों को दूसरी जेलों में भेजने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। यह भनक लगते ही अलग-अलग जाति विशेष के दो बंदियों के इन दोनों गुटों के बीच वर्चस्व को लेकर चल रहे विवाद को लेकर बीते शनिवार की सुबह एक पक्ष ने दूसरे पर कटाक्ष कर दिया।
उसी को लेकर दोनों गुट भिड़ गए। एक-दूसरे पर झाड़ू के डंडे व लात-घूंसे चलाने लगे। मारपीट में 15 बंदी घायल हुए हैं। इसमें दो बंदी रक्षक और 13 बंदी घायल हो गए। दो घायलों का जेल अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पाया गया है कि दोनों गुटों में काफी दिनों से वर्चस्व के लिए विवाद चल रहा है। जेल में हुई इस घटना के बाद पुलिस-प्रशासन अलर्ट है। मारपीट करने वाले बंदियों के संबंधियों में जेल के बाहर गैंगवार न हो, इसके लिए सभी थानों को भी अलर्ट कर दिया गया। बंदियों के संबंधियों के यहां भी पुलिस दबिश दे रही है।

जौनपुर जेल में बजानी पड़ी पगली घंटी, दूसरे जिलों में शिफ्ट हुए बंदी
बताया जा रहा है कि जौनपुर जेल में हुई भिड़ंत के दौरान सोनू सिंह और मंगेश यादव गुट के बंदियों के मारपीट का आलम ऐसा था कि जेल प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए थे। जेल प्रशासन ने पगली घंटी बजाकर एवं बल प्रयोग कर किसी तरह दोनों गुटों को अलग करवाते हुए हालात पर काबू पाया।
इसकी जानकारी मिलने पर जिला प्रशासन के कान खड़े हो गए। DM व SP ने कारागार का गहन निरीक्षण कर हालात की जानकारी ली। घटना में शामिल कुछ बंदियों को चिह्नित कर दूसरी जेलों में ट्रांसफर करने व मारपीट में शामिल बंदियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया।

फिलहाल बंदियों में हुई हिंसक मारपीट की घटना में सीधे लिप्त मिले दोनों गुटों के चिन्हित बंदियों को जौनपुर से दूसरी जिलों के जेल में शिफ्ट करवाया गया है। इसमें सोनू सिंह गुट के शैलेंद्र प्रताप सिंह और निशांत सिंह को प्रयागराज जेल भेजा गया।
मंगेश यादव गुट के मंगेश और संगम यादव को वाराणसी जेल भेजा गया। दो अन्य बंदी संदीप मौर्या को सुल्तानपुर और नीरज यादव को गाजीपुर जेल भेजा गया है।
जौनपुर के DM डॉ. दिनेश चंद्र और SP डॉ. कौस्तुभ ने कहा कि – ‘फिलहाल शांति व्यवस्था कायम है। बंदियों पर जेल प्रशासन अपने स्तर पर कार्रवाई करेगा।’
जेल अधीक्षक डॉ. विनय कुमार द्विवेदी ने बताया कि – ‘दोनों गुटों में वर्चस्व को लेकर मारपीट हुई थी। दो घायलों का जेल अस्पताल में इलाज चल रहा है। मारपीट में 15 बंदी घायल हुए हैं।’