डिजिटल डेस्क : छत्तीसगढ़ में रेड के दौरान ED पर हमले से बढ़ी सियासी सरगर्मी। आज सोमवार को छत्तीसगढ़ में पूर्व सीएम भूपेश बघेल के ठिकानों पर रेड के दौरान ED की टीम पर हुए हमले की घटना से एकाएक सियासी सरगर्मी बढ़ गई है।
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इस रेड की जानकारी सामने आने के बाद से ही छत्तीसगढ़ में सियासी सरगर्मियां शुरू हो गईं। रेड की जानकारी पर कांग्रेस कार्यकर्ता भूपेश बघेल के घर पहुंचे और ED की टीम की कार्रवाई का विरोध करने लगे। इस दौरान भीड़ ने ED की टीम के खिलाफ नारेबाजी भी की।
रेड की कार्रवाई सोमवार तक के लिए पूरी करने के बाद निकल रही ED की टीम पर हमला हुआ तो उस पर सियासी बयानबाजी शुरू हुई। कांग्रेस ने इस रेड को सियासी साजिश बताया। दूसरी तरफ इस मामले में भाजपा ने भी पलटवार किया।
छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि – ‘…सभी जानते हैं कि कांग्रेस की सरकार में कितने घोटाले हुए थे। …इसकी जांच ED कर रही है और इसमें भाजपा का कोई दखल नहीं है।’
हमलावरों पर FIR कराएगी ED
इसी बीच अपनी टीम पर रेड के दौरान छत्तीसगढ़ में हुए हमले पर ED ने तुरंत गंभीर संज्ञान लिया है। ED ने कहा है कि एजेंसी हमले के खिलाफ FIR दर्ज कराएगी। पूर्व सीएम बघेल के निवास के बाहर भारी संख्या में समर्थक मौजूद हैं।
ED के अधिकारी वहां से निकल गए हैं। ED के अधिकारी कंधे में लैपटॉप बैग लेकर लौटते दिखे। टीम के निकलने के दौरान ही ED के डिप्टी डॉयरेक्टर लेवल के अधिकारी के गाड़ी पर भी हमला हुआ। हमले को लेकर ED ने कानूनी कार्यवाही की बात कह रही है। एजेंसी FIR दर्ज करवाएगी।
बता दें कि ED टीम ने आज सुबह छत्तीसगढ़ में छापेमारी शुरू की थी। ED की छापेमारी के तुरंत बाद, भिलाई में भूपेश बघेल के घर के बाहर कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता पहुंच गए। उन लोगों ने दावा किया कि यह केंद्र सरकार की साजिश है।
इससे पहले ED की ओर से दावा किया गया था कि शराब घोटाले की वजह से राज्य के राजस्व को भारी नुकसान हुआ। इस वजह से 2,100 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई शराब सिंडिकेट के लाभार्थियों के पास चली गई।
ED के अनुसार, यह कथित शराब घोटाला साल 2019 से 2022 के बीच हुआ, जब यहां पर भूपेश बघेल की अगुवाई में कांग्रेस सरकार थी। ED ने अब तक अलग-अलग आरोपियों की करीब 205 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है।

छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम और उनके बेटे यहां पड़ी रेड
छापेमारी के दौरान जांच एजेंसी ED को बघेल के घर से करीब 33 लाख नकद कैश, पेन ड्राइव और कुछ दस्तावेज मिले हैं। उसकी जांच की जा रही है। करीब 11 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद पूर्व सीएम भूपेश बघेल के निवास से ED टीम बाहर निकल गई है।
इससे पहले ED (प्रवर्तन निदेशालय) ने कथित शराब घोटाला मामले में भूपेश बघेल के बेटे के खिलाफ धनशोधन जांच के तहत उनके (पूर्व मुख्यमंत्री के) परिसरों पर छापे मारे।
मिली जानकारी के मुताबिक, पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य के भिलाई (दुर्ग जिले) स्थित परिसरों, चैतन्य के कथित करीबी सहयोगी लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल तथा कुछ अन्य के परिसरों की भी धनशोधन रोकथाम अधिनियम (PMLA) के प्रावधानों के तहत तलाशी ली जा रही थी।
चैतन्य अपने पिता के साथ भिलाई में ही रहते हैं। इसलिए उस परिसर पर भी तलाशी ली जा रही थी। ED अधिकारियों ने कहा कि ऐसा संदेह है कि वह (चैतन्य बघेल) शराब घोटाले के अपराध से हुई आय के लाभांवित हैं। छत्तीसगढ़ राज्य में करीब 14-15 परिसरों पर छापे मारे गए थे।

ED की रेड पर बोले भूपेश बघेल – मैं मौत से नहीं डरता…
इस बीच कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ ED की रेड पर नाराजगी जताई। कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया कि संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में सरकार के सामने कई अहम मुद्दों से ध्यान भटकाने के मकसद से पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ ED की रेड की कार्रवाई करवाई गई है।
कांग्रेस ने ED की रेड के विरोध में कहा कि बघेल परिवार के खिलाफ रेड ऐसे दिन सुर्खियों का प्रबंधन करने की रणनीति है, जब संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू हुआ और सरकार को कई मुद्दों पर विपक्ष के सवालों का सामना करना पड़ रहा है।
ED की छापेमारी के तुरंत बाद, भिलाई में भूपेश बघेल के घर के बाहर कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता पहुंच गए और दावा किया कि यह केंद्र सरकार की साजिश है।
ED की रेड के बाद खुद कहा कि- ‘…मैं मौत से नहीं डरता। …भूपेश ना चुनाव लड़ने से डरता है ना ही मौत से।’ इस दौरान पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कई वरिष्ठ नेताओं की शहादत का भी जिक्र किया।